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इन 5 माफियाओं के बुरे दिन शुरू, कभी फिल्मी अंदाज में चलाते थे राज

गोरखपुर। सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति से माफियाओं का खौफ धीरे-धीरे खत्म होने लगा है। पब्लिक अब बिना डरे उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा रही है। हाल के पांच महीने में सामने आई घटनाओं में पब्लिक ने पांच माफियाओं के खिलाफ केस दर्ज कराकर यह दिखा दिया है कि उन्हें अब माफियाओं से डर नहीं लगता है। एक समय तब था जब माफिया विनोद उपाध्याय, राकेश यादव, अजीत शाही सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराने की कोई हिम्मत नहीं जुटा पाता था। फिल्मी स्टाइल में यह माफिया अपना राज चलाते थे। पुलिस भी मौन रहकर बैक डोर से उनकी मदद ही करती थी। अब पुलिस इन पर सख्ती दिखाकर पब्लिक में उनका डर खत्म करते हुए एफआईआर दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इसका नतीजा है कि पांच महीने में माफिया विनोद पर पांच से ज्यादा केस दर्ज हुए तो वहीं अजीत शाही पर चार मुकदमे। राकेश यादव पर भी मुकदमे हुए। इनमें एक लाख के इनामी विनोद को छोड़कर अन्य जेल में हैं। पुलिस पर भरोसा बढ़ा तो ट्रेंड बदला पहले अपराधियों के जेल जाने के बाद उनके अन्य शिकार फरियादी सामने नहीं आते थे। डर रहता था कि वह छूटने पर उन्हें परेशान करेगा। अब पुलिस न सिर्फ अपराधियों को गिरफ्तार कर रही है बल्कि लम्बे समय जेल में रहें इसके लिए गैंगेस्टर सहित अन्य कार्रवाई कर कर रही है। यही नहीं उनके मुकदमों में सजा दिलाने के प्रयास में भी जुट गई है।
एम्स इलाके के कई लोगों से जमीन के नाम पर जालसाजी करने वाले भू माफिया कमलेश यादव के खिलाफ भी मुकदमे की लम्बी फेहरिस्त खड़ी हो रही है। एक के बाद एक कर अब तक नौ केस एम्स थाने में दर्ज हो चुका है। इसके पहले खोराबार व अन्य थाने में भी सात केस दर्ज है। केस दर्ज कराने के लिए आठ प्रार्थनापत्रों की जांच चल रही है। बहरामपुर निवासी कमलेश को एक जुलाई को एम्स पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजवाया उसके बाद ही केस दर्ज कराने वालों की लाइन लग गई है। पुलिस की भी कोशिश है कि उसके खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई कर उसकी अकूत सम्पत्ति को जब्त किया जाए। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि कमलेश यादव का पूरा काला-चिट्ठा तैयार किया जा रहा है। फरियादियों को बुलाकर उन्होंने किस तरह से कमलेश ने उनसे ठगी की है इसकी भी जांच शुरू कर दी है। कैन्ट व एम्स इलाके में दो महिलाओं से ऑटो सवारों ने मंगलसूत्र छीना था। 4 सितंबर को करन सहित अन्य जेल गए। 5 दिन पहले डांगीपार की पूनम ने कैन्ट पहुंच बताया कि उनसे ऑटो सवार चार युवकों ने 2 सितंबर को लूट की थी। गोरखपुर के एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि माफियाओं के खिलाफ खुद पब्लिक सामने आकर केस दर्ज करा रही है। ऐसे लोगों जो किन्हीं कारणों से अभी भी डर रहे हैं उनसे अपील है कि निडर होकर सामने आएं। पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।


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