हमलावरों के मुख्य निशाने पर थी शीला, तब तक वार किया जब तक वह निर्जीव नहीं हो गई
आजमगढ़। रौनापार थाना क्षेत्र के पांडेय का पूरा गांव के बाहर सोमवार की दोपहर लाटघाट बाजार से आधार कार्ड का आवेदन कर घर लौट रहे साइकिल सवार दंपती पर धारदार हथियार से लैस गांव के ही विपक्षी टूट पड़े। हमलावरों के मन में इस कदर घृणा भरी हुई थी कि सभी पति अभिमन्यु मौर्य से ज्यादा उसकी पत्नी शीला देवी को अपना दुश्मन मान उसके शरीर को चाकूओं से गोद डाला। हमलावर पक्ष तब तक अपने काम को अंजाम देता रहा जब तक वह निर्जीव नहीं हो गई। हालांकि इस घटना में मृत शीला देवी के पति भी घायल हुए लेकिन महिला के शरीर पर बने जख्म इस बात की गवाही दे रहे थे कि शीला देवी ही विपक्षियों के निशाने पर रही। घटना की वजह दोनों पक्षों के बीच आबादी की जमीन का विवाद बताया जा रहा है। इस विवाद को हवा तब मिली जब दो दिन पूर्व दोनों पक्षों के बीच मारपीट की नौबत आ गई और घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों का शांति भंग की धारा में चालान कर अपना कोरम पूरा कर दिया। इस बात को लेकर हमलावर पक्ष शीला देवी को ही दोषी माना और सोमवार की दोपहर घात लगाए विपक्षी साइकिल से घर लौट रहे दंपती को गांव के बाहर घेरकर अपने मंसूबे को अंजाम दे डाले। इस मामले में मृतक पक्ष की ओर से रौनापार थाने में हमलावर पक्ष के पांच लोगों को नामजद किया गया। वारदात की जानकारी के बाद पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने इस मामले में स्थानीय पुलिस के भूमिका की जांच सीओ फूलपुर को सौंपा। जांच में महुला पुलिस चौकी प्रभारी राकेश तिवारी की लापरवाही सामने आई। मंगलवार को इस मामले की जांच पूरी करके सीओ ने आख्या रिपोर्ट एसपी को सौंप दिया। रिपोर्ट के आधार पर एसपी ने चौकी प्रभारी महुला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। साथ ही उन्होंने विभागीय कार्रवाई के लिए जांच बैठा दी है। पुलिस इस घटना में नामजद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर ली है। साथ ही पुलिस टीम गठित कर फरार आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
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