पिछले 15 वर्षों से आजमगढ़ अतरौलिया की यह सड़क पूरी तरह से जर्जर, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
अतरौलिया आजमगढ़। बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के गोपालगंज बाजार में जर्जर सड़क को लेकर के कवि एवं साहित्य लाल बहादुर लाल के नेतृत्व में अहरौला से कप्तानगंज जाने वाली जर्जर सड़क को लेकर किया विरोध प्रदर्शन, ग्रामीणों का आरोप है कि यह सड़क पिछले 15 वर्षों से पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है इस सड़क की सुध लेने वाला कोई भी राजनेता से लेकर ना तो प्रशासनिक अधिकारी इस सड़क पर तनिक भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। उपेक्षा का दंश झेल रहा है पूरा क्षेत्र जर्जर सड़क पर चलने को लोग विवश है। उनके दर्द को सुनने वाला कोई नहीं है। केवल आश्वासन की ही घुट्टी पिला करके समस्या को टाल दिया जाता है। सैकड़ो बार विरोध प्रदर्शन से लेकर के भूख हड़ताल तक की गई लेकिन समस्या जैसी की तैसी बनी हुई है। ग्रामीणों द्वारा हर बाजारों में महीने दो महीने में एक प्रदर्शन किया जाता है। और वहीं विभाग द्वारा बजट न होने का हवाला देकर के मामले को टाल दिया जाता है। लेकिन इस बार ग्रामीणों का सब्र पूरी तरह से टूट चुका है। आगामी लोकसभा चुनाव को देखकर जनता पूरी तरह से मन बन चुकी है कि रोड नहीं तो वोट नहीं चाहे किसी भी पार्टी का कोई भी प्रत्याशी या समर्थक इस बार गांव में वोट मांगने आया तो उसे गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा ।क्षेत्र के युवाओं ने यह भी आरोप लगाया कि हमारे क्षेत्र से बीजेपी के सिंबल पर महा प्रधान पद के प्रत्याशी संजय कुमार निषाद द्वारा जिला पंचायत का चुनाव लड़ा गया जो भारी बहुमत से विजय हासिल किए। चुनाव बीतने के बाद उनका दर्शन दुर्लभ हो गया ।वही उनके पिता कन्हैया लाल द्वारा आश्वासन दिया गया था कि इस जर्जर सड़क को शीघ्र ही विधानसभा चुनाव से पूर्वी बना दिया जाएगा। क्योंकि शासन स्तर से बजट पास हो गया है फिर भी आज विधानसभा चुनाव को ढाई वर्ष पूरे हो चुके हैं ।लेकिन सड़क की ना तो मरम्मत की गई ना ही सड़क का निर्माण किया गया ।क्षेत्रीय विधायक और संसद से जनता काफी आक्रोशित है प्रदेश में भले भारतीय जनता पार्टी की सरकार हो लेकिन क्षेत्रीय सांसद विधायक अगर चाहते तो सड़क का निर्माण हो सकता है ।आक्रोशी जनता ने यह चेतावनी देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में किसी भी दल के सदस्य अगर वोट मांगने गांव में आएंगे तो उन्हें गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा ।साथ ही गांव के बाहर रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर लगाएंगे ।21 किलोमीटर का सफर कई घंटे में तय करने के बाद यात्रियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जर्जर रोड के गड्ढे के पानी में फिसल करके गिर जाते हैं। यात्री जो चोटिल हो जाते हैं कभी-कभी गड्ढा बचाने के चक्कर में आमने-सामने की गाड़ियों में टक्कर भी हो जाती है। ऐसे मामले प्रायः देखने को मिलते हैं लेकिन पाखंड प्रशासन थोड़ा भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है। जिम्मेदार अधिकारी मौन साधे हुए हैं। मानो प्रदेश सरकार द्वारा इस सड़क के न बनाने की कोई है हठ ठान ली हो। ग्रामीणों ने बताया कि सौतेला व्यवहार क्षेत्र के साथ हो रहा है भले ही प्रदेश सरकार बड़े बड़े दावे करती हो लेकिन ग्रामीण जर्जर सड़कों के मामले में यह सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है ।ग्रामीणों ने अंत में चेतावनी दी कि अगर शीघ्र ही सड़क का निर्माण नहीं कराया गया तो हम ग्रामीण जिला मुख्यालय पर पी डब्ल्यू डी कार्यालय का घेराव करने को बाध्य होंगे। इस मौके पर राजू सिंह, सकंचु, शेखर सिंह, जेपी यादव, महेश प्रजापति, अरविंद सिंह, वीरेंद्र यादव, शानदार चौबे, वालेदिन, देवानंद व पप्पू प्रमोद अशोक, संतोष संजय ,शीला, अनीता, पूनम, सरिता, कविता, बबीता सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
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