उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता पर जनसंवाद का आयोजन
अतरौलिया आजमगढ़।ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान एवम् आर्थिक अनुसंधान केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में अमर शहीद राजा जयलाल सिंह 100 शैय्या संयुक्त अस्पताल स्थित मैटरनिटी विंग के मीटिंग हाल में उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता पर जनसंवाद का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि डाक्टर एस के ध्रुव मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एवम् डाक्टर अमित सिंह स्त्री रोग विशेषज्ञ थे जनसंवाद में अतरौलिया ब्लॉक के 15 ग्राम पंचायतों की सौ से अधिक महिलाएं, आशा संगिनी, आशा ने भाग लिया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजदेव चतुर्वेदी ने बताया कि हमारे जिले में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर ढांचा होने के बावजूद भी एन एफ एच एस 5 के अनुसार मरीजों को सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करने के लिए आउट ऑफ पैकेट खर्च के रूप में 4265 खर्च करने पड़ते है जबकि एन एफ एच एस 4 की रिपर्ट में 1946 रुपए प्रति मरीज को खर्च करने पड़ते थे। आज के कार्यक्रम में आशा संगिनी के द्वारा बताया गया कि 100 शैय्या संयुक्त अस्पताल में एक ही डाक्टर होने के कारण गर्भवती को रेफर कर दिया जाता हैं सोनोग्राफी के लिए बाहर भेजा जाता है नीलम, द्वारा बताया डाक्टर द्वारा बाहर से दवाएं लिखी जाती है, किरन ने बताया कि एक्सरे तक बाहर से करवाया जाता है अस्पताल में हर्निया का आपरेशन करवाने का हमसे 5000 रुपए लिए गए ऐसे में सरकारी अस्पताल में इलाज कराने से क्या फायदा है।
डाक्टर अमित सिंह ने बताया कि हमारे यहां डाक्टरों की कमी है लेकिन धीरे धीरे सब ठीक होगा आप लोगों को सरकारी अस्पताल और सरकारी दवाओं पर विश्वास करना चाहिए और गर्भावस्था की पहचान होते ही तुरंत यहां ला कर दिखाएं और डाक्टर की सलाह के अनुसार कार्य करें ऐसे में अवश्यकता पड़ने पर आपरेशन भी यहां हो सकता है। सिस्टर निर्मला द्वारा जोखिम पूर्ण गर्भवती महिलाओं के देख रेख करने के तरीकों पर जानकारी दिया। डाक्टर एस के ध्रुव ने अपने संबोधन में बताया कि आज के कार्यक्रम के माध्यम से हमे हमारे अस्पताल में जो कमियां आप लोगों ने बताया है उसमे हम सुधार करेंगे आगे आपको यहां स्वास्थ्य सेवा लेने में यदि कोई समस्या आती है तो आप हमसे संपर्क करें हम उसका समाधान अवश्य करेंगे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया के बी सी पी एम सुरेश पांडेय द्वारा महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को प्राप्त करने में आने वाली समस्याओं में सामाजिक वा पारिवारिक जिम्मेदारियों को रेखांकित किया किसी समस्या पर लिखित शिकायत दर्ज कराने का सुझाव भी दिया। अंत में आर्थिक अनुसंधान केंद्र के प्रतिनिधि द्वारा रोगी अधिकार चार्टर पर चर्चा करते हुए उसे अस्पताल परिसर में लगवाने का आग्रह करते हुए सभी अतिथियों, एवम् महिलाओं का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम में जान्हवी दत्त, ज्योति, दिनेश, नवनीत, सौरभ, मधु आदि का सहयोग रहा।
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