A letter to God का सीधा प्रमाण बना यह सरकारी विभाग।
प्रयागराज। सोशल मीडिया पर वायरल एक मामले को लेकर कई दिनों से रेलवे का मजाक बनता रहा। मामला झांसी मंडल से जुड़ा है। उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल ने बजरंगबली का मंदिर हटाने की कवायद शुरू की है। हैरत की बात तो यह है कि रेलवे ने नोटिस भी भगवान के नाम पर जारी कर दिया। रेलवे ने अपना नोटिस बजरंगबली के नाम से जारी किया। इसके बाद तो सोशल मीडिया पर हंगामा ही मच गया। नोटिस पर लोग कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। धार्मिक भावना भड़काने की बात कही जा रही है। हालांकि रेलवे ने अपनी गलती मानते हुए नोटिस में बदलाव किया है लेकिन सोशल मीडिया पर इसे लेकर रेलवे की खिंचाई जारी है।
नोटिस में अतिक्रमण हटाने की बात कहते हुए कहा गया है कि रेलवे कार्रवाई करेगा और जेसीबी आदि के खर्च की वसूली भी मंदिर वालों से की जाएगी। झांसी मंडल में 200 किमी लंबे ग्वालियर-श्योपुर (श्योपुरकलां) नैरो गेज को ब्रॉड गेज में बदले का काम होना है। इस कार्य की जद में मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की सबलगढ़ तहसील स्थित रेलवे लाइन किनारे हनुमान मंदिर आ रहा है। मंदिर रेलवे की जमीन पर है और निर्माण कार्य इसे हटाया जाना है। अन्य नोटिसों की तरह रेलवे ने झांसी मंडल की ओर से बजरंगबली मंदिर के नाम से भी नोटिस ज कर दिया। आठ फरवरी नोटिस भेज अतिक्रमण हटाने को वहां गया है। मामला चर्चा में आने के बाद रेलवे अधिकारियों ने नोटिस संशोधित भेजे जाने की बात कही है। कई चैनलों ने इस खबर को प्रमुखता के साथ छापा और उसके बाद मामला आज तक चर्चा में रहा बता दें कि, उत्तर प्रदेश कक्षा 9 10 की अंग्रेजी किताब में ए लेटर टू गॉड की कहानी का चरितार्थ करता हुआ रेलवे विभाग दिखा। जिस तरह से लैंचो में भगवान को पत्र लिखकर अपने नुकसान का हर्जाना मांगा था ।उसी तरह रेलवे विभाग ने हर्जाना मांगा और चर्चा का विषय बना हुआ है।
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