Politics News / राजनीतिक समाचार

विधायक शैलेंद्र यादव (ललई) परिवार से 3 लोग निर्विरोध चुने गए BDC

 शाहगंज, जौनपुर। पंचायत चुनाव में कई इलाकों में प्रदेश में पूर्व समाजवादी पार्टी की ताकत और हनक साफ देखने को मिल रही है. इसे पार्टी और विधायक की लोकप्रियता कहा जाए या फिर ताकत, ललई यादव के परि...

पर्चा दाखिल में दिखा गर्मागर्मी..... कोविड19 की उड़ी धज्जियाँ

बिलरियागंज / आजमगढ़ स्थानीय विकास खंड बिलरियागंज में प्रधान वीडी सी का पर्चा दाखिला का कार्य शुरू हुआ जिसमें भारी भीड़ देखी गई और कुछ माक्स लगाये कुछ बिना माक्स के एक दुसरे से सटे हुए अपने अपने फार...

भारी गहमागहमी और पुलिस सुरक्षा में शुरू हुआ पंचायत चुनाव का नामांकन

अतरौलिया-आजमगढ़ के विकास खंड अतरौलिया कार्यालय में पंचायत चुनाव के लिए ग्राम प्रधान पद,क्षेत्र पंचायत तथा क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए सुबह 8:00 बजे से नामांकन प्रक्रिया चालू हो गई, जिसके लिए भारी...

किसान नेता राकेश टिकैत के खिलाफ अलवर में लोगों में फूटा गुस्सा आइये आज इस आर्टिकल में ....

देश में किसानों के नाम पर राजनीति कोई नई नहीं है। 70 साल से सरकारों ने किसानों की तरफ ध्यान ही नहीं दिया। किसानों के नाम पर लाखों करोड़ों खुद ही खा गए। अब केंद्र सरकार के सख्त रुख के बाद कुछ हाथ नह...

पूर्व विधायक श्याम बहादुर यादव ने वरिष्ठ नागरिक को किया सम्मानित


फूलपुर आजमगढ फूलपुर तहसील क्षेत्र के कनेरी ग्राम सभा मिट्ठा के पुरा दलित बस्ती में सपा के पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह यादव द्वारा 103 वर्ष के सिधारी राम को 2100 रुपया व अंग वस्त्र देकर सम्मा...

"ये तुम्हारे बच्चों को किडनैप करवा देंगे" नेताजी की बारे में ऐसी बात सुनकर स्कूल के प्रिंसिपल ने अखिलेश के दाखिले पर लगाई.....

यह साल 1983 के शुरुआती महीने थे। अखिलेश यादव 10 साल के होने वाले थे। पिता मुलायम सिंह यादव चाहते थे कि नन्हें ‘टीपू’ का दाखिला ऐसे स्कूल में हो जहां संस्कारों के साथ-साथ अनुशासन की भी सीख मिल सके।...

विश्वकर्मा समाज की एकजुटता ही दिलाएगी राजनैतिक हिस्सेदारी : पूर्व राज्य मंत्री रामआसरे विश्वकर्मा

अम्बारी /आज़मगढ़ : विश्वकर्मा समाज को एकजुट करने के लिए संपूर्ण भारत वर्ष में विश्वकर्मा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व राज्य मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा द्वारा एक अभियान चलाया गया और लगातार पिछले...

जब गाड़ी में सवार मुलायम सिंह यादव,पर 9 गोलियां जानिए कैसे बची थी....

4 मार्च 1984। मुलायम सिंह यादव इटावा के दौरे पर थे। उस दिन शाम 5 बजे के करीब एक रैली को संबोधित करने के बाद वह अपने एक दोस्त से मिलने महिखेड़ा गांव पहुंचे। वहां भेंट-मुलाकात के बाद मुलायम करीब 9.30...

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