गठित समूहों की 2 लाख महिलाएं एक लाख हेक्टेयर भूमि पर पैदा करेगी मोटे अनाजों का कृषि उत्पाद।
लखनऊ: 09 मई, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की पहल व उनके निर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों को और धार दी जा रही है। देश व प्रदेश में मोटे अनाजों के महत्व व महत्ता को रेखांकित करते हुये मोटे अनाजों को बढ़ावा देने की मुहिम में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है और इस दिशा में सार्थक व सकारात्मक प्रयास किये जा रहे हैं।
मिशन निदेशक, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, श्रीमती सी० इन्दुमती ने बताया कि इस वर्ष स्वयं सहायता समूहों की 2 लाख से अधिक महिला कृषकों के माध्यम से 1 लाख हेक्टेयर भूमि पर मोटे अनाजांे (डप्स्स्म्ज्ै) के कृषि उत्पाद उत्पादित किये जाने का महत्वाकान्क्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिससे उनकी आय में वृद्धि के साथ साथ स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार करते हुए परिवार को सशक्त बनाया जा सके। सी० इन्दुमती ने बताया कि महिला कृषको को आधुनिक कृषि एवं पशुपालन गतिविधियो के प्रोत्साहन हेतु इस वर्ष 19,78,836 समूह की दीदियों को सतत आजीविका गतिविधियो पर क्षमता वर्धन करते हुए कृषि एवं पशुपालन गतिविधियो में आजीविका संबर्धन किया जायेगा।
मिशन के अंतर्गत 1500 प्रेरणा कृषि टूल बैंक की स्थापना सुनिश्चित की जायेगी, जिससे महिला कृषक सतत् कृषि आजीविका गतिविधियो को बढ़ावा देते हुए उनकी आय में वृद्धि की जा सके।
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