26 दिसम्बर 2020 को ग्राम पंचायत होगी भंग 31 मार्च तक चुनाव करने की पूरी तरह कमर कस चुकी है सरकार आइये देखते हैं कि अबकी बार गाँव मे किसकी....
मार्च में ही उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव कराए जाने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। प्रशासन भी इसे ध्यान में रखकर तैयारी में जुट गया है। इसी क्रम में परिसीमन की कार्रवाई के साथ चुनावी ड्यूटी के लिए कर्मचारियों की तलाश भी शुरू हो गई है।
तीन स्तरीय पंचायत चुनाव एक साथ कराने की तैयारी है। इस तरह से जिला, विकास खंड एवं ग्राम पंचायत सदस्य तथा ग्राम प्रधान चार पदों के लिए मतदान होगा। इस तरह से यहां हर बूथ पर पांच कर्मचारियों की ड्यूटी लगेगी। इसके अलावा अलग-अलग स्तर पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
इसी अनुपात में अतिरिक्त कर्मचारी भी होंगे। अफसरों के अनुसार पंचायत चुनाव में 32 हजार से अधिक कर्मचारियों की जरूरत होगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनावी ड्यूटी के लिए कर्मचारियों के डिटेल फीडिंग के निर्देश दिए हैं।
इसी क्रम में सभी विभागों से कर्मचारियों की बाबत डिटेल मांगे गए हैं। जिला प्रशासन की दो दिन पहले हुई बैठक में भी कर्मचारियों की ड्यूटी तथा अन्य बिंदुओं पर चर्चा हुई और अफसरों को चुनाव की प्रारंभिक तैयारी करने के निदेश दिए गए।
शासन के निर्देश पर पंचायतों के परिसीमन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही इस पर आपत्तियां ली जाएंगी। मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य भी जारी है लेकिन बूथों का निर्धारण और बूथवार मतदाता सूची परिसीमन के बाद ही तैयार हो पाएगी।
ऐसे में इसमें भी समय लगने की बात कही जा रही है।
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