भीषण मुठभेड़ में सूर्या दुबे को पुलिस ने किया ढेर :आज़मगढ़
आज़मगढ़ गुरुवार की देर रात 11.30 बजे सरायमीर थाना क्षेत्र के शेरवां गांव के निकट पुलिस एवं बदमाशों में जमकर गोलियां चली। अंततः इस भीषण मुठभेड़ में तीन लाख का इनामी मोस्ट वांटेड बदमाश सूर्यांश दुबे मारा गया। इस दैरान एसओजी के एक दारोगा एवं सिपाही को भी गोली लगी है। पुलिस ने एहतियातन गोली लगने से घायल सभी को मंडलीय अस्पताल पंहुचाया, जहां चिकित्सक ने बदमाश को मृत घोषित कर दिया। वहीं घायल दारोगा व सिपाही को लाइन लाइन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। एसओजी के दारोगा शिव प्रकाश शुक्ल को बदमाशों के बारे में जानकारी मिली थी। वह सरायमीर इंस्पेकटर अनिल कुमार सिंह काे इत्तला देते हुए मौके पर जा पहुंचे। वहां बदमाशों ने खुद को घिरता देखा तो गोलियां दागनी शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की तो देर तक बदमाश मोर्चेबंदी लिए रहे। बदमाशों से मुठभेड़ की सूचना कंट्रोल रूम पंहुचीं तो एसपी सुधीर कुमार सिंह व डीआइजी सुभाष चंद्र दुबे भी मौक पर जा पहुंचे। दोनों अधिकारियों के पहुंचने तक भी बदमाश पुलिस टीम को पीछे ढकेलने के लिए गोलियां चला रहे थे। लालगंज सीओ समेत कई थानाें की फोर्स ने पहुंच घेराबंदी एवं फायरिंग शुरू की तो बदमाशों ओर से गोलियां चलनी बंद हो गईं। पुलिस मौके पर जब पंहुचीं तो पाया की की एक बदमाश सूर्यांश दूबे खून से लथपथ पड़ा था। एसओजी के दाराेगा शिव प्रकाश शुक्ला के पैर में भी गोली आर-पार हो चुकी थी। डीआइजी सुभाष चंद्र दुबे ने सूर्यांश दुबे के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि सूर्यांश अपने मूल निवास बांसगांव के ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते के मर्डर में मुख्य आरोपित था। उसके खिलाफ हत्या के दो, लूट के एक दर्जन व जानेलवा हमले के कई मुकदमें दर्ज थे। उन्होंने बताया कि मौके से एक पिस्टल व एक रिवाल्वर बरामद हुई है। एसओजी के सिपाही प्रदीप पांडेय के भी घायल होने की की भी खबर है । ग्राम प्रधान की हत्या के बाद से ही फरार चल रहे मृत बदमाश पर डीआईजी ने जहां 01 लाख का इनाम रखा था वहीं एडीजी जोन ने 02 लाख का इनाम घोषित किया था।
Leave a comment