Crime News / आपराधिक ख़बरे

सिपाही ने फांसी लगाकर दी जान, तीन दिन पहले ही घर से लौटकर आया था ड्यूटी


जालौन। अपने बेटे से परेशान फायर स्टेशन में तैनात सिपाही ने कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी। सुबह जब साथी उसे ड्यूटी के लिए जगाने पहुंचे तब घटना का पता चला। स्टाफ ने अधिकारियों व परिजनों को सूचना दी। अधिकारियों ने परिजनों के आने के बाद वीडियोग्राफी के साथ गेट तोड़वाकर शव बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। इटावा जिले के सहायल थाना क्षेत्र के बिचौली निवासी राजेश बाबू यादव (55) यूपी फायर विभाग में सिपाही के पद पर कोंच फायर स्टेशन में तैनात थे। उनका परिवार वर्तमान में कई वर्षों से दिबियापुर में रह रहा है। मंगलवार की रात वॉच रूम की ड्यूटी पूरी कर वह फायर स्टेशन की दूसरी मंजिल पर बने अपने कमरे में चले गए। बुधवार की सुबह ड्यूटी के लिए जब राजेश बाबू नीचे नहीं आए तो स्टाफ कांस्टेबल उन्हें बुलाने पहुंचे, जहां कमरे की अंदर से कुंडी बंद थी। आवाज लगाने पर भी कोई जवाब नहीं मिला तो भवन के पीछे वाले हिस्से की खिड़की से झांककर देखा। अंदर राजेश बाबू का शव फंदे पर लटक रहा था। इस पर स्टॉफ ने स्थानीय एवं विभागीय उच्च अधिकारियों व परिजनों को सूचना दी। सूचना पर सीओ डॉ. देवेंद्र कुमार पचौरी, सीओ फायर डॉ. मतबूल हुसैन कोतवाली पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। फील्ड यूनिट ने साक्ष्य जुटाए। राजेश बाबू ने तख्त से पंखे पर लुंगी का फंदा डालकर आत्महत्या की। सीओ मतबूल ने बताया कि राजेश की जुलाई 2024 में कोंच फायर स्टेशन पर तैनाती हुई थी। उसके दो पुत्र पवन व छोटू व दो पुत्रियां हैं। जांच में पता चला कि अपने बड़े बेटे पवन की हरकतों से परेशान थे। वह तीन दिन पहले ही दिबियापुर से लौटे थे। तभी से किसी से बात नहीं कर रहे थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सिपाही की मौत से पत्नी उर्मिला का रो-रोकर बुरा हाल है।
राजेश धार्मिक व्यक्ति थे। रोजाना सुबह 5 बजे स्नान कर पास के मंदिर में प्रसाद चढ़ाने जाते थे। इसके बाद स्टाफ में बांटते थे। स्टाफ के अनुसार घर से लौटने के बाद से मंदिर तो जा रहे थे, लेकिन किसी को प्रसाद नहीं देते थे। अक्सर मंदिर के पुजारी से बेटे की हरकतों की चर्चा करते थे। स्टॉफ के लोगों ने बताया कि 24 फरवरी को उनके नए घर में गृहप्रवेश का कार्यक्रम था। इसे लेकर तैयारियां चल रही थीं, वह जाने की बात कह रहे थे। पुलिस को उनके कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।

 


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