विकास दुबे की 50 करोड़ की संपत्ति होगी कुर्क कानपुर
कानपुर:बिकरु कांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे की लगभग 50 करोड़ की संपत्ति की कुर्की होंगी।बिल्हौर पुलिस चल अचल संपत्ति की सूची तैयार करने में जुटी हुई है। 15 दिनों के अंदर सूची तैयार कर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार बिल्हौर थाना प्रभारी धनेश प्रसाद ने विकास दुबे समेत बिकरु कांड के अन्य आरोपियों की चल-अचल संपत्तियों का पीडब्ल्यूडी से मूल्यांकन और चिन्हीकरण बीते दिनों ही शुरू करवाया था। विकास दुबे का खजांची जय बाजपेयी की लगभग 2.97 करोड़ की संपत्तियों को कुर्क किया जा चुका है।
दुर्दांत अपराधी विकास दुबे और खजांची जय बाजपेयी के साथ मे अन्य आरोपियों की भी संपत्ति चिन्हित कर ली गई है। जिसमें विकास दुबे के करीबी विष्णुपाल सिंह उर्फ जिलेदार की कई संपत्तियों को कुर्क किया गया है।जिसमे लगभग 40 लाख की संपत्ति में जिलेदार सिंह का मिनी ट्रक, शिवली टाउन स्थित घर, आटा चक्की, पैतृक मकान का हिस्सा शामिल है।
पुलिस ने दुर्दांत अपराधी विकास दुबे की संपत्ति में से 2 गाड़ी, 2 ट्रैक्टर, बिकरु स्थित पैतृक मकान, गांव की 12 बीघा जमीन, सकरवां की 13 बीघा जमीन और अन्य संपत्तियों को भी चिन्हित किया है।इनकी कीमत लगभग 50 करोड़ रुपए बताई जा रही है।कई बेनामी संपत्तियों का भी ब्यौरा भी जुटाया जा रहा है।
आपको बता दें कि देश का बहुचर्चित बिकरु कांड ने पूरे देश के लोगों को झकझोर कर रख दिया था।बिकरु कांड देश से लेकर विदेश तक सुर्खियों में छा गया था। 3 जुलाई 2020 को कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु गांव में दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर दुर्दांत अपराधी विकास दुबे और इसके गुर्गों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी।इसमें सीओ समेत 8 पुलिसकर्मियों की मौत हुई थी और दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हुए थे।बिकरु कांड के बाद पुलिस ने 3 जुलाई से आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश पर दबिश शुरू की और एनकाउंटर शुरू हुए।
3 जुलाई से 9 जुलाई के बीच ताबड़तोड़ एनकाउंटर हुए जिसमे मुख्य आरोपी दुर्दांत अपराधी विकास दुबे भी शामिल है। दुर्दांत अपराधी विकास दुबे ने मध्य प्रदेश उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था।इसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने उसे यूपी एसटीएफ के हवाले कर दिया था। यूपी एसटीएफ की टीम जब दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को लेकर वापस कानपुर आ रही थी, तभी कानपुर से पहले भौती के पास वो गाड़ी पलट गई थी।जिसमें विकास दुबे मौजूद था।पुलिस का दावा था कि इस दौरान विकास दुबे एक पुलिस वाले की गन छीन कर भाग रहा था, तभी वो पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया।दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद विपक्ष ने योगी सरकार को जमकर घेरा भी था। बिकरु कांड के 50 से अधिक आरोपी और विकास की मदद करने वाले जेल में बंद है।जिसमें विकास दुबे का खजांची जय बाजपेयी भी शामिल है।
Leave a comment