डिफेंस शेयरों में अब भी तेजी है बाकी , बेहतर वैल्यूएशन के कारण तेज हुई खरीदारी, वैश्विक रक्षा बजट में बढ़ोतरी से मिलेगा फायदा
रक्षा क्षेत्र की कंपनियों के स्टॉक्स का पिछले कुछ दिनों में प्रदर्शन मजबूत रहा है. डिफेंस स्टॉक्स अपने 52 हफ्ते के निचले स्तर से करीब 190 फीसद तक उछल चुके हैं. डिफेंस स्टॉक्स में आने वाली इस तेजी के पीछे कई कारण हैं. पहला है इनका बेहतर वैल्यूएशन, एक्सपर्ट्स के मुताबिक वित्त वर्ष 2026-27 के आय अनुमान से डिफेंस इंडेक्स 40x पर ट्रेड कर रहा है, जो बहुत ज्यादा महंगा नहीं दिखाता. इसके अलावा रक्षा क्षेत्र की कंपनियों के ऑर्डर बुक में लगातार इजाफा हो रहा है. चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के नतीजे भी बेहतर आने की उम्मीद है.
घरेलू खरीद का फायदा
रक्षा खरीद परिषद ने हाल ही में 54,000 करोड़ रुपए के नए खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी है. अकेले वित्त वर्ष 2024-25 में 2.2 लाख करोड़ रुपए के रक्षा खरीद सौदों को मंजूरी दी गई है. वित्त वर्ष 2018-19 में रक्षा उपकरणों की घरेलू खरीद केवल 54 फीसद थी, वो अब बढ़कर 75 फीसद तक पहुंच गई है. इससे भी रक्षा कंपनियों को फायदा मिल रहा है.
वैश्विक संकेत
दुनियाभर के प्रमुख देशों के रक्षा बजट में पिछले साल की तुलना में 7.4 फीसद की बढ़ोती हुई है. इसमें सबसे ज्यादा रक्षा खर्च यूरोप ने बढ़ाया है. जर्मनी ने हाल ही में 500 अरब यूरो के रक्षा कार्यक्रम को मंजूरी दी है. यूरोप के इस बजट से निर्यात करने वाली भारतीय कंपनियों को फायदा होगा.
स्रोत: बोनस रिसर्च
मार्केट एक्टपर्ट राघवेंद्र सिंह का कहना है कि बीईएल, मझगांव और एचएल के शेयर बेहतर स्थिति में दिख रहे हैं. इनमें हायर साइट पर 40 से 50 फीसद का उछाल आने की संभावना है.
मेक इन इंडिया का फायदा
भारत सरकार रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियां लागू कर रही है. रक्षा मंत्रालय ने कई रक्षा उपकरणों और हथियारों के आयात पर प्रतिबंध लगाया है, जिससे घरेलू कंपनियों को ज्यादा ऑर्डर मिल रहे हैं. स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने से कंपनियों के राजस्व और मुनाफे में वृद्धि हो रही है.
रक्षा निर्यात में उछाल
भारत ने 2023-24 में 21 हजार करोड़ रुपए से अधिक के रक्षा उत्पादों का निर्यात किया है. भारतीय रक्षा उत्पादों की मांग अमेरिका, यूरोप और अफ्रीकी देशों से लगातार बढ़ रही है.
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