सीओ सिटी करेंगे पुलिसकर्मियोंं पर दर्ज हत्या के मुकदमे की जांच, सीजेएम ने पुलिस की फाइनल रिपोर्ट निरस्त करने के साथ ही जांच को अपूर्ण व दोषपूर्ण बताया
आजमगढ़ के युवक की पुलिस कस्टडी में हुई थी मौत
आजमगढ़/अंबेडकरनगर। पुलिस हिरासत में आजमगढ़ के युवक जियाउद्दीन की मौत मामले में आठ पुलिसकर्मियोंं पर दर्ज मुकदमे नए सिरे से विवेचना अब सीओ सिटी करेंगे। माना जा रहा है कि सभी पुलिसकर्मियों की मुसीबत बढ़ सकती है। ऐसा इसलिए क्योंंकि सीजेएम ने पुलिस की फाइनल रिपोर्ट निरस्त करने के साथ ही जांच को अपूर्ण व दोषपूर्ण बताया है। जैतपुर में हुई लूट के आरोपी का पता लगाने के लिए अंबेडकरनगर की स्वाट टीम ने आजमगढ़ जाकर पवई थानाक्षेत्र के हाजीपुर कुदरत गांव निवासी जियाउद्दीन (36) को 24 मार्च को हिरासत में लिया था। वहां से अंबेडकरनगर लाकर सम्मनपुर थाने मेंं रखा। आरोप है कि पुलिस ने पीट-पीटकर उसे मार डाला। जबकि पुलिसकर्मियों का कहना था कि हार्टअटैक से उसे जिला अस्पताल भर्ती कराया गया। मामले के तूल पकड़ने पर आठ पुलिसकर्मियोंं के खिलाफ अकबरपुर थाने में हत्या व अपहरण का केस दर्ज हो गया। पुलिस ने आरोपियों के पक्ष में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। दिवंगत के भाई शहाबुद्दीन की आपत्ति पर सीजेएम सुधा यादव ने फाइनल रिपोर्ट को निरस्त कर दी। सीजेएम के आदेश पर एसपी डॉ.कौस्तुभ ने विवेचना का जिम्मा सीओ सिटी देवेंद्र कुमार मौर्य को सौंप दिया है। आरोपियों में से एक स्वाट टीम प्रभारी रहे इंस्पेक्टर देवेंद्र पाल सिंह का वाराणसी तबादला हो चुका है। सात सिपाहियों में से अन्य की अलग-अलग थानों में तैनाती है। सीओ ने रविवार को कहा कि विवेचना मिली है। न्यायालय ने जिन बिंदुओं का जिक्र किया है। उस पर ध्यान दिया जाएगा। विवेचना पूरी होगी तो आगे की जानकारी दी जाएगी।
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