वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में महिला, गांव, गरीब, किसान तथा कामगारों को प्रमुखता : राकेश सचान
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग तथा रेशम मंत्री राकेश सचान ने आज विधान सभा में वित्तीय वर्ष 2023-24 हेतु 6,90,242.43 करोड़ रुपये के प्रस्तुत किये गये बजट को ऐतिहासिक बजट बताया है। उन्होंने कहा कि इस बजट में महिला, युवा, गांव, गरीब, किसान तथा कामगारों सहित सभी वर्गों के हितों को विशेष प्राथमिकता दी गई है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बधाई के पात्र हैं। उत्तर प्रदेश का बजट राज्य के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास के इतिहास में नए स्वर्णिम अध्याय जोड़ेगा।
श्री सचान ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में ओडीओपी एवं हस्तशिल्प उत्पादों के विपणन को प्रोत्साहित करने हेतु यूनिट मॉल की स्थापना हेतु 200 करोड़ रुपये का प्राविधान किया गया है। खादी एवं ग्रामोद्योग के तहत प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना में लाभान्वित लाभार्थियों को ब्याज उपादान की सुविधा दिये जाने हेतु 10 करोड़ रुपये बजट की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में माटी कला के परंपरागत कारीगरों को रोजगार से जोड़ने के लिए 10 करोड़ रुपये बजट का प्राविधान किया गया है।
श्री सचान ने कहा कि इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए उ0प्र0 टेक्सटाइल गारमेंटिंग पालिसी-2022 हेतु 150 करोड़ रुपये का प्राविधान किया गया है। इसके अलावा गारमेंटिंग नीति-2017 के तहत भी 175 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के पावरलूम बुनकरों को रियायती दरों पर विद्युत उपलब्ध कराने हेतु 345 करोड़ रुपये का प्राविधान किया गया है। मुख्यमंत्री पावरलूम उद्योग विकास योजना हेतु 20 करोड़ रुपये तथा मुख्यमंत्री बुनकर सौर ऊर्जा योजना हेतु 10 करोड़ रुपये की व्यवस्था है। इसके साथ ही बजट में झलकारी बाई कोरी हथकरघा एवं पॉवरलूम विकास योजना हेतु 18 करोड़ रुपये का प्राविधान किया गया है।
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