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बिहार में NDA को जीत नीतीश की फिर माथे सरताज

Bihar Election Result 2020: कोरोनाकाल में हुआ बिहार विधानसभा चुनाव अंत-अंत तक सस्पेंस से भरा रहा. आखिरकार बिहार के मतदाताओं ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा जताया और जदयू-भाजपा के साथ एनडीए पूर्ण बहुमत से सत्ता में लौट आयी. जदयू,भाजपा, वीआइपी और हम पार्टियों का एनडीए 125 सीटों पर अपनी जीत दर्ज की. जबकि महागठबंधन की झोली में 110 सीटें आयी. बाकी की आठ सीटों में एक पर लोजपा एक पर बसपा एक निर्दलीय व पांच सीटों पर एमआइएमआएम को जीत मिली.

RJD सबसे बड़ी पार्टी

75 सीटें जीत कर राजद सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है. जबकि, 74 सीटों पर जीत हासिल कर भाजपा दूसरे नंबर पर और 43 सीटें जीत कर जदयू तीसरे नंबर की पार्टी बनी. महागठबंधन की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के 19 विधायक चुनाव जीते. जबकि भाकपा माले के 12 और माकपा व सीपीआइ को दो-दो सीटें मिली. एनडीए में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी को चार और वीआइपी को चार सीटें आयीं.

नीतीश कुमार ही बिहार के अगले मुख्यमंत्री होंगे

एनडीए को बहुमत मिलने के बाद भाजपा और जदयू नेताओं ने एक बार फिर दोहराया कि नीतीश कुमार ही एनडीए के नेता होंगे और वे बिहार के अगले मुख्यमंत्री होंगे. इसके पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, प्रदेश अध्यक्ष डा संजय जायसवाल और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ विचार विमर्श किया. सूत्रों के मुताबिक इनके पहले गृह मंत्री अमित शाह ने दूरभाष पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की.
जदयू की ओर से मुख्यमंत्री आवास पर वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह, मंत्री अशोक चौधरी और संजय झा भी रहे. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के चेहरे पर ही जनता ने एनडीए को वोट किया है. वहीं मुख्यमंत्री होंगे. उम्मीद की जा रही है कि बुधवार को एनडीए विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नीतीश कुमार को नेता चुना जायेगा. इसके बाद वे नयी सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अश्विनी चौबे ने एनडीए को मिली जीत पर खुशी जताई है. उन्होंने कहा है कि मैं बिहार के लोगों के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं. यह जीत पीएम नरेंद्र मोदी की कड़ी मेहनत और मार्गदर्शन का परिणाम है. लोगों ने डबल-इंजन की सरकार का चुनाव किया और 'डबल युवराज' को खारिज कर दिया.

सबसे अधिक सीटों का लाभ भाकपा माले

इधर, चुनाव आयोग द्वारा एक लाख से अधिक बूथ होने के कारण आधी रात तक सभी सीटों के चुनाव परिणाम आधिकारिक तौर पर घोषित नहीं किये गये. रात्रि साढ़े 12 बजे तक 213 सीटों का परिणाम ही जारी किया जा सका था. चुनाव परिणाम ने यह साबित कर दिया कि महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरा राजद नेता तेजस्वी यादव की सभाओं में भीड़ का चुनावी लाभ नहीं मिल पाया. सबसे अधिक सीटों का लाभ भाकपा माले को हुआ, जहां उसके 19 सीटों में 14 जीत के करीब रहे. अरसे बाद पालीगंज की सीट भाकपा माले की खाते में गयी है.

सात मंत्री चुनाव हार गये

चुनाव जीतने वालों में सरकार के मंत्री नंदकिशोर यादव, श्रवण कुमार, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, राजद नेता पूर्व मंत्री अवध बिहारी चौधरी, तेज प्रताप यादव के नाम हैं. सरकार के सात वरिष्ठ मंत्री चुनाव हार गये. इनमें सुरेश शर्मा मुजफ्फरपुर से , केएन वर्मा जहानाबाद से और शैलेश कुमार जमालपुर से प्रमुख रूप से हैं. सरकार के समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह भी चुनाव हार चुके हैं. महागठबंधन में राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, विधायक एज्या यादव और पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी पराजित हो गये.


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