हेड कांस्टेबल ने चाकू से गर्दन रेत कर की खुदकुशी, पहले फंदा लगाने का किया था प्रयास
जालौन। जालौन जिले के थाना कैलिया में तैनात हेड कांस्टेबल ने सरकारी आवास में चाकू से अपनी गर्दन रेत कर आत्महत्या कर ली। पुलिस अफसरों के मुताबिक परिजन घटना की वजह नहीं बता पा रहे हैं। मामले की जांच की जा रही है। मूल रूप से कन्नौज जिले के सरायमीणा निवासी वीरेंद्र सिंह (48) कानपुर के बारादेवी में परिवार के साथ रहते थे। वह 1995 बैच के सिपाही थे और कैलिया थाने में अप्रैल-2023 से तैनात थे। शनिवार की दोपहर ड्यूटी करने के बाद वीरेंद्र ने देर शाम कस्बे में निकाले गए मार्च में हिस्सा लिया। यहां से लौटने के बाद वह थाना परिसर में बने सरकारी आवास में चले गए।
रविवार सुबह करीब आठ बजे आवास के पास ही निर्माणाधीन मकान में काम करने पहुंचे मजदूर ने सरकारी आवास में जमीन पर खून पड़ा देखकर थाने में सूचना दी। थानाध्यक्ष राजीव कुमार बैस मौके पर पहुंचे तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। चौकीदार की मदद से दरवाजा खुलवाया तो देखा वीरेंद्र सिंह खून से लथपथ पड़े थे। गर्दन पर गहरा जख्म था।
सूचना पर एसपी डॉ. ईराज राजा, एएसपी असीम चौधरी और सीओ उमेश कुमार पांडे मौके पर पहुंचे। अफसरों ने देखा कि कमरे में पंखे के सहारे रस्सी लटक रही थी और रस्सी का एक हिस्सा वीरेंद्र सिंह की गर्दन में फंदे के रूप में लिपटा था, लेकिन रस्सी टूटी हुई थी। एसपी के मुताबिक वीरेंद्र सिंह ने पहले फंदा लगाने की कोशिश की होगी, लेकिन रस्सी बीच से टूट गई तो उसने घरेलू चाकू से गर्दन काट ली।
सूचना पर पहुंचे मृतक के दो पुत्र अभिषेक, कृष्णपाल, पुत्री नेहा सिंह व पत्नी बवलेश सिंह बेहाल रहे। एसपी का कहना है कि घटना की बारीकी से जांच की जा रही है। फोरेंसिक टीम ने भी घटना स्थल से साक्ष्य एकत्रित किए हैं। कानपुर की टीम को भी बुलाया गया है।
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