देखिए और जानिए कुछ विशेष राज़ एवम प्रथाएं
अंबेडकर नगर। जिले में दीपावली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। दीपोत्सव का यह पर्व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। शनिवार 14 नवंबर की शाम लोगों विधि विधान से लक्ष्मी जी की पूजा-अर्चना की। पूजन के लिए घरों और दुकानों को केले के पत्तों, मनमोहक फू लों से आकर्षक सजाया गया था। दुधिया रोशनी की गई। पूजन के बाद लोगों ने परिवार सहित आतिशबाजी का लुत्फ लिया, जो देर रात तक चलता रहा।
रविवार 15 नवंबर को गोवर्धन पूजा पर सुबह से दोपहर तक गौरा-गौरी का विसर्जन का सिलसिला जारी रहा। वहीं मवेशियों को खिचड़ी खिलाई गई सोमवार 16 नवंबर को भाई दूज पर बहनों ने भाईयों की आरती उतारीं। तिलक वंदन किया। उपहारों का आदान-प्रदान हुआ।
क्षेत्र में दीपावली का त्योहार भरपूर उत्साह से मनाया गया। 12 नवंबर को धनतेरस के साथ ही गुरुवार और शुक्रवार बाजार में खूब खरीदारी हुई। लक्ष्मीपूजा के दिन चौक क्षेत्र और नगर पालिका क्षेत्र में खरीददारी करने बाजार पहुंच रहे लोगों की भीड़ थी। लिहाजा यातायात व्यवस्था बनाए रखने में यातायात जवानों को जद्दोजहद करनी पड़ी। जिससे मुख्य मार्ग पर वाहनों की पार्किंग से यातायात व्यवस्था चरमराई हुई थी। भीड़ भाड़ से लोगों को दुपहिया चलाने में भी परेशानी हुई। लक्ष्मी पूजा के दिन पटाखा दुकानों में भी अच्छी ग्राहकी रही। शनिवार की शाम गलियों में युवती व महिलाएं मां लक्ष्मी के स्वागत में अपने घरों में तरह-तरह की रंगोली बनाती नजर आईं साथ ही शाम 7 बजे से ही आसमान में आतिशबाजी के नजारे देखने मिली। इसी समय में ज्यादातर घरों में मां लक्ष्मी, मां सरस्वती व भगवान श्रीगणेश की पूजा-अर्चना कर प्रसाद वितरण किया गया।लक्ष्मी पूजा पर कमल फूल का खास महत्व होता है। मां लक्ष्मी कमल के फूल में ही विराजती हैं। नगर से लगे 25 वार्डों में त्योहार के मद्देनजर कमल फूल शुरुआत में 30 से 40 रुपए नग व बाद में 10 से 20 रुपए तक में बेचे गए। कमल फूल के साथ गेंदे आदि का फूल भी खूब बिका। इसी तरह सिंघाड़ा, शकरकंद, अरबी, सीता फल व अन्य फलों की भी खूब बिक्री हुई।दीपावली की रात नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में गौरा-गौरी विवाह का आयोजन किया गया। लक्ष्मी पूजा की रात नगर अकबरपुर के सभी के घर से गौरा-गौरी को बाजे-गाजे के साथ चबूतरा में लाया गया। जहां रात भर परंपरागत गीत गाकर विवाहोत्सव मनाया गया। रातभर गौरा-गौरी विवाह स्थल पर लोगों की भीड़ रही। इस दौरान खूब आतिशबाजी हुई। गोवर्धन पूजा के दिन रविवार को गौरा-गौरी का विसर्जन किया गया विसर्जन यात्रा में लोग शौर्य का प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ते रहे।
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