उप मुख्यमंत्री ने अमृत सरोवर का किया शिलान्यास
लखनऊ: आवासन एवं शहरी कार्य राज्यमंत्री भारत सरकार कौशल किशोर एवं उप मुख्यमंत्री उ0प्र0 बृजेश पाठक द्वारा नगर पंचायत मोहनलालगंज के ग्राम अतरौली में श्रीलाल शुक्ल मार्ग का उद्घाटन तथा पं0 चन्द्रमौली शुक्ल अमृत सरोवर का शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि आज से 97 वर्ष पूर्व 31 दिसम्बर, 1925 को हिन्दी के बहुत बड़े हस्ताक्षर श्रीलाल शुक्ल का जन्म जनपद लखनऊ के ग्राम अतरौली मे हुआ था। श्रीलाल शुक्ल जी पी0सी0एस0 में सेवा देने के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा में पहुंचे, लेकिन उन्होंने अपनी हिन्दी की साधना निरन्तर जारी रखी। इसका परिणाम था कि उन्हें साहित्य के क्षेत्र में सबसे बड़ा पुरस्कार ज्ञानपीठ पुरस्कार से नवाजा गया। साथ ही उन्हें साहित्य अकादमी और पद्भूषण सहित अनेकों पुरस्कारों से विभूषित किया गया। ऐसे महान व्यक्ति का जब हम जन्म दिन मनाते हैं, उन्हें याद करते हैं और उनसे बहुत कुछ सीखते भी हैं, वह हमारे लिये बहुत प्रेरणा का बिन्दु होता है।
उन्होंने कहा कि श्रीलाल शुक्ल के बड़े भाई शीतला सहाय शुक्ल का आशीर्वाद लेने के लिये लगभग 06 माह पूर्व आया था, तब ही उन्होंने तय किया था कि इस गांव की सड़क की मरम्मत कराकर बढ़िया सड़क बनायेंगे और इस सड़क का नाम श्रीलाल शुक्ल जी के नाम पर रखेंगे, जिससे हमेशा-हमेशा के लिये लोग याद रखें।
उन्होंने कहा कि इसी गांव में एक और महान प्रतिभा के धनी पं0 चन्द्रमौली शुक्ल का भी जन्म हुआ था। पं0 मदन मोहन मालवीय जी ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय बनाया, उनके जो नवरत्न थे, जिनके साथ मिलकर विश्वविद्यालय को इतना बड़ा स्वरूप दिया, उनमें से एक चन्द्रमौली शुक्ल जी थे। चन्द्रमौली शुक्ल जी इतने प्रतिभावान थे कि उनसे यहां के ब्रिटिश गवर्नर प्रभावित होकर उन्हें इग्लैण्ड जाकर पढ़ाई कर आई0सी0एस0 बनने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने कहा मुझे आई0सी0एस0 नहीं बनाना है, बल्कि विद्या की मां सरस्वती की साधना करनी है, लोगों को शिक्षा देनी है। जब राजकीय इण्टर कॉलेज प्रयागराज में शिक्षा दे रहे थे, उस समय पं0 मदन मोहन मालवीय जी ने उनसे टीम में जुड़ने का अनुरोध किया था। उनकी टीम से जुड़ने के बाद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के बारे में एक किताब प्रकाशित हुई, उसमें जिन खास लोगों का नाम है, उसमें पं0 चन्द्रमौली शुक्ल भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि पं0 चन्द्रमौली शुक्ल के नाम पर अमृत सरोवर का शिलान्यास किया जा रहा है। अगले तीन चार महीनों में एक नये कलेवर और नये स्वरूप में यह सरोवर बनकर तैयार होगा, जिससे न केवल पानी यहां की पानी की समस्या दूर होगी, बल्कि एक खूबसूरत जगह बनेगी, जहां लोग आकर बैठ सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का आह्वान था कि हमारे देश में पानी को संरक्षित करने के लिये, जो पुराने तालाब खत्म हो रहे हैं, उन्हें अमृत सरोवर के रूप में पुनर्जीवित किया जाये। मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया कि प्रदेश के हर गांव में एक अमृत सरोवर होगा।
उन्होंने कहा कि जब ऐसे महान व्यक्तित्व को याद करते हैं, तो उनसे हमें प्रेरणा मिलती है कि हम भी ऐसा कुछ करें जिससे हम अपने देश व प्रदेश को गौरवान्वित कर सकें।
इस अवसर पर श्रीलाल शुक्ल के 102 वर्षीय बड़े भाई शीतला सहाय शुक्ल व चन्द्रमौली शुक्ल के 94 वर्षीय पुत्र गंगा गिरी शुक्ल को भी सम्मानित किया गया।
इस मौके पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधिगण व बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
Leave a comment