शिक्षिका ने प्रिंसिपल पर लगाया रेप का आरोप, न्याय के लिए 3 दिन से थाने का चक्कर लगा रही है पीड़िता, थानाध्यक्ष ने वीआईपी ड्यूटी में लगे होने का दिया हवाला
आजमगढ़। जनपद के बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र अतरौलिया थाना अंतर्गत किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। अतरौलिया थाना के एक गांव निवासी पीड़ित किशोरी स्थानीय थाने पर न्याय की गुहार लगाने के लिए 3 दिन से चक्कर काट रही है लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक किसी तरह की प्राथमिक दर्ज नहीं की गई। मामला पिछले रविवार 19 मई का बताया जा रहा है।
पीड़िता के अनुसार वह शिक्षिका है, जिस विद्यालय में वह पढ़ाती है, वहां के प्रधानाचार्य द्वारा रविवार को सभी शिक्षकों को रिजल्ट बनाने के लिए बुलाया गया था जिसमें वह भी आई थी। सभी शिक्षकों को प्रिंसिपल द्वारा 10 बजे ही छोड़ दिया गया और पीड़ित शिक्षिका को आधे घंटे विलंब से जाने को कहा गया, जब वह आधे घंटे बाद घर जाने लगी तो प्रिंसिपल द्वारा स्टाफ रूम में जबरन उसके साथ बलात्कार किया गया। शिक्षिका इसका विरोध करती रही लेकिन प्रधानाध्यापक द्वारा एक भी नहीं सुनी गई। शिक्षिका आनन फानन में अपने घर पहुंची, जहां इसकी सूचना उसने अपने परिजनों को दी।
परिजनों ने जब इसकी शिकायत स्थानीय थाने में दी तो पुलिस द्वारा पीड़ित परिजनों को डांट कर भगा दिया गया। पीड़ित परिजनों का आरोप है कि मेरे विपक्षी द्वारा अंबेडकर नगर जिले के राजेसुल्तानपुर थाने में फर्जी मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया गया है। उसी का हवाला देकर के विपक्षी मेरा मुकदमा नहीं दर्ज होने दे रहे हैं, जब भी हम थाने पर शिकायत करते हैं तो पुलिस उल्टे ही हमें ही डांट कर भगा दे रही है।
पीड़ित परिजनों ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अगर हमें न्याय नहीं मिला तो हम इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से करेंगे जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से भी करेंगे।
इस संबंध में थानाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने अपने आप को वीआईपी ड्यूटी में लगे होने का हवाला देते हुए मामले में अनभिज्ञता जाहिर की।
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