सामुदायिक स्वास्थ केंद्र अतरौलिया के डॉक्टर भी कर रहें अपनी मनमानी तथा गैर जिम्मेदाराना रवैया से परेशान स्थानीय जनता झोलाछाप डॉक्टरों के यहां जाने को है मजबूर
अतरौलिया सामुदायिक स्वास्थ केंद्र अतरौलिया के डॉक्टरों भी कर रहें अपनी मनमाना तथा गैर जिम्मेदाराना रवैया से परेशान स्थानीय जनता झोलाछाप डॉक्टरों के यहां जाने को है मजबूर।समय से नही चलती ओ पी डी।बता दें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली पर मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अभी कुछ दिन पहले ही भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अमित तिवारी ने इस अस्पताल को गोद लेकर इसकी हालत सुधारने का जिम्मा लिया है।
जबसे अमित तिवारी ने हॉस्पिटल को गोद लिया तबसे यहां डाक्टरों और अपनी मनमानी पर उतर आए ,उन्हें यह लगता हैं कि प्रदेश प्रवक्ता के नाते अब हम लोगो का कोई कुछ नही कर सकता। कॅरोना काल में स्वास्थ्य केंद्र पर डाक्टरों का ना तो आने का समय निर्धारित है और ना ही जाने का समय। ऐसे में सुबह ओपीडी चालू कर दी जाती है लेकिन डॉक्टर अपने चेंबर से नदारद मिलते हैं। हार मान कर मरीजों को झोलाछाप डॉक्टरों के यहाँ जाना पड़ता है जहां झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा इन्हें तरह - तरह से लूटा जाता है। ओपीडी में डॉक्टरों के समय से ना बैठने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शासनादेश की माने तो ओपीडी का समय सुबह 8:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक का निर्धारित है।
मगर जब जनसंदेश की टीम हॉस्पिटल का हाल जानने सुबह 9 :30 बजे पहुची तो सुबह 9:30 बजे से 10:बजे तक डॉक्टरों की अनुपस्थिति देखने को मिली। स्वास्थ्य केंद्र पर सुबह 4 मरीजों की पर्ची काटी गई थी ,डॉक्टरों के ना बैठने के कारण बाकी मरीज वापस चले गए। स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रदेश सरकार द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है कि इसकी व्यवस्था को और चुस्त-दुरुस्त बनाया जाए जिससे लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिल सके। ऐसे में डॉक्टरों द्वारा ऐसे रवैए से लोगों में काफी रोष व्याप्त है। स्वास्थ्य अधीक्षक डॉक्टर शिवा सिंह ने बताया कि ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी अगर ऐसा है तो ड्यूटी में रहे डॉक्टरों को नोटिस भेज कर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
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