दहेज के लिए उत्पीड़न के संबंध में पीड़िता ने दिया प्रार्थना पत्र, नहीं दर्ज हुआ मुकदमा
अतरौलिया। दहेज के लिए उत्पीड़न के संबंध में पीड़िता ने दिया प्रार्थना पत्र, नहीं दर्ज हुआ मुकदमा आखिर कब तक दहेज दानवों की बलिवेदी पर चढ़ती रहेंगी बेटियां। अतरौलिया आजमगढ़।बता दें कि अतरौलिया थाना क्षेत्र के रामचंद्र जायसवाल की पुत्री की शादी दिनांक 26 अप्रैल 2014 को राजीव जायसवाल उर्फ राजू निवासी ग्राम व कस्बा मेंहियापार, सारैन थाना अहिरौला जनपद आजमगढ़ के साथ हुई थी। पीड़िता कुसुम जायसवाल ने अतरौलिया थाने में तहरीर के माध्यम से दिनांक 10 जून 2021को अवगत कराया कि शादी के लगभग एक वर्ष बाद से ही पिडीता के पति राजीव जायसवाल उर्फ राजू, सास उर्मिला देवी व ससुर लक्ष्मीनारायण जायसवाल पिडीता को भूखा रख कर मारते पीटते हैं और दहेज के लिए प्रताड़ित किया करते हैं। पीड़िता ने यह भी बताया कि इस संबंध में कई बार पंचों के माध्यम से एवं एक बार डायल 100 और एक बार थाना अहिरौला द्वारा भी सुलह समझौता कराया जा चुका है। पीड़िता का आरोप है कि सुलह समझौते के बाद चार से पांच महीने तक सब कुछ ठीक रहता है किंतु इसके बाद पुन: मायके से ₹10000 प्रति महीने खर्चे की मांग को लेकर पीड़िता को पति राजीव जायसवाल उर्फ राजू, सास उर्मिला देवी व ससुर लक्ष्मीनारायण जायसवाल द्वारा भूखा रखकर गाली गलौज देते हुए मारने पीटने व प्रताड़ित करने का कार्य शुरु कर दिया जाता है और कहा जाता है कि तुम अपने मायके से पैसा मंगाओ नहीं तो अपने मायके वापस चली जाओ हम लोगों के पास तुम्हें खिलाने व पहनाने की व्यवस्था नहीं है। बता दे कि पीड़िता के पास एक 3 वर्ष की पुत्री भी है। ससुराल के लोगों द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कारण पीड़िता ने किसी तरह अपने मायके फोन करके अपने मायके वालों को बुलाया और ससुराल से अपनी जान बचा कर मायके में आकर अतरौलिया थाने में इस मामले के संदर्भ में तहरीर 10 जून को दिया गया हैं और अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई ।जब इस मामले में अतरौलिया थाने से संपर्क किया गया तो बताया गया कि यह मामला अहिरौला थाने का है पीड़िता को अपना प्रार्थना पत्र अहिरोला थाने पर जा कर देना चाहिए यह कहकर अतरौलिया पुलिस प्रशासन अपना पल्लू झाड़ ले रही है। अब प्रश्न यह उठता है कि आखिर कब तक सोए हुए शासन प्रशासन के कारण बेटियां कब तक दहेज दानवों की बलिवेदी पर चढ़ती रहेंगी।
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