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प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी के ठिकानों पर डाली रेड

 

हैदराबाद। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को तेलंगाना सरकार के मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी (Ponguleti Srinivas Reddy) के ठिकानों पर रेड डाली। मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर छापेमारी की जा रही है। ईडी की ओर से यह कार्रवाई कथित कस्टम ड्यूटी के उल्लंघन से जुड़े मामले में की जा रही है। ईडी की जांच कस्टम विभाग के चेन्नई कार्यालय द्वारा शुरू की गई थी, जिसमें मंत्री के बेटे पी. हर्षा रेड्डी के दो लग्जरी घड़ियों की खरीद के संबंध में संज्ञान लिया गया था। यह घड़ियां 1.7 करोड़ रुपये की थीं और कस्टम विभाग ने हर्षा रेड्डी को इस मामले में समन जारी किया था। कस्टम विभाग की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि इन महंगी 0 एक डीलर सिंगापुर से लौट रहा था, तब कस्टम विभाग ने इन घड़ियों को जब्त कर लिया। 

जब्त घड़ियों में एक पैटेक फिलिप 5740 और एक बरेगेट 2759 शामिल हैं। ईडी की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि इन घड़ियों की खरीद के लिए क्रिप्टोकरेंसी और हवाला का इस्तेमाल किया गया था। ईडी जांच में इस बात की जानकारी मिली। इस बीच, ईडी की ओर से की जा रही इस छापेमारी के दौरान घर के अंदर और बाहर किसी को आने-जाने की अनुमति नहीं दी गई है। मुख्य दरवाजे को भी बंद कर दिया गया है। दरवाजे के बाहर मीडिया कर्मियों का जमावड़ा लगा हुआ है। छापेमारी को लेकर ईडी के अधिकारियों की ओर से अभी तक कोई जानकारी साझा नहीं की गई है, और न ही मंत्री या उनके परिजनों की कोई प्रतिक्रिया सामने आई है। 
मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी (Ponguleti Srinivas Reddy) के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी के बाद राजनीतिक हलचल तेज होने की भी संभावना जताई जा रही है। कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार पर ईडी-सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाती रही है। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पार्टी ने ईडी सीबीआई पर भाजपा के लिए चंदे जुटाने तक का आरोप लगाया था। तब पीएम ने भी कांग्रेस को उसका इतिहास याद दिलाते हुए कहा था कि ये एजेंसियां तो आपके हाथों की कठपुतली थीं फिर आप चुनाव क्यों हारे।
[28/09, 5:25 am] GGS NEWS 24: बेरूत पर इजरायली हमले में मारा गया हिजबुल्लाह कमांडर

तेल अवीव। इजरायल ने दावा किया है कि उसने बेरूत पर किए एक सटीक हमले में हिजबुल्लाह के एक शीर्ष कमांडर मुहम्मद हुसैन सरूर (Muhammad Hussain Saroor) को मार गिराया है। सरूर, हिजबुल्लाह की वायु सेना कमान का प्रमुख था। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार को बेरूत के दहिह में हुए हमले में दो लोग मारे गए और 15 अन्य घायल हो गए। हिजबुल्लाह की ओर से अभी तक अपने कमांडर की मौत पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आईडीएफ ने एक पोस्ट में लिखा बेरूत में आईएएफ (IAF) के एक सटीक हमले में हिजबुल्लाह के एरियल कमांड का कमांडर मुहम्मद हुसैन सरूर (Muhammad Hussain Saroor) ‘मारा गया’। 

सरूर ने इजरायली नागरिकों को निशाना बनाकर कई हवाई आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया था और उन्हें लीड भी किया था। पोस्ट में आगे लिखा गया आयरन स्वॉर्ड्स” युद्ध के दौरान, उसने यूएवी और विस्फोटक उपकरणों का उपयोग करके इजरायली नागरिकों और आईडीएफ सैनिकों के खिलाफ कई आतंकवादी हमले किए थे। हाल के वर्षों में, सरूर ने दक्षिणी लेबनान में यूएवी के निर्माण परियोजना का नेतृत्व किया और लेबनान में यूएवी निर्माण और खुफिया जानकारी एकत्र करने वाले स्थलों की स्थापना की, जो बेरूत और दक्षिणी लेबनान में नागरिक बस्ती के निकट स्थित हैं। आईडीएफ ने पोस्ट में आगे लिखा वह सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल इकाई में कमांडर था। उसने राडवान फोर्स की “अजीज” इकाई को भी लीड किया था। यमन और हूती आतंकवादी शासन की एरियल कमांड में हिजबुल्लाह की ओर से बातचीत का जिम्मा भी उस पर था। 

अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को सीरिया-लेबनानी सीमा स्थित एक इमारत पर इजरायल द्वारा किए गए हमले में कम से कम 23 लोग मारे गए, जिनमें 19 सीरियाई शरणार्थी शामिल हैं। इस हमले में चार अन्य लोग घायल हो गए। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सोमवार से लेबनान पर इजरायली हमले में लगभग 700 लोग मारे गए हैं। पिछले सप्ताह पूरे देश में पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोट के बाद इस सप्ताह हमले किए गए हैं। इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने युद्ध विराम की संभावना को खारिज कर दिया, जिससे लेबनान में इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच लड़ाई खत्म हो सकती है, क्योंकि यूएस और फ्रांस ने कहा है कि उन्होंने 21 दिनों के लिए लड़ाई रोकने का प्रस्ताव रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि गाजा में लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक युद्ध का ‘लक्ष्य’ हासिल नहीं हो जाते। 
प्रस्ताव के बावजूद, संकेत मिल रहे हैं कि इजरायल लेबनान पर संभावित जमीनी आक्रमण की तैयारी कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि 21 दिन के संघर्ष विराम प्रस्ताव को वैश्विक समर्थन मिल रहा है, जिसका उन्होंने और अन्य नेताओं ने आह्वान किया है। गुरुवार को व्हाइट हाउस लौटने पर बाइडेन ने संवाददाताओं से कहा था हम यूरोप के साथ-साथ अरब देशों से भी महत्वपूर्ण समर्थन प्राप्त करने में सक्षम थे। यह महत्वपूर्ण है कि यह युद्ध व्यापक न हो। 

वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रपति संयुक्त राष्ट्र महासभा से लौट रहे थे, जहां उन्होंने बुधवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की और प्रस्ताव की घोषणा करने वाले संयुक्त बयान के विवरण पर चर्चा की। इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने जारी सैन्य प्रयासों का समर्थन करने के लिए वाशिंगटन से 8.7 बिलियन डॉलर का अमेरिकी सहायता पैकेज हासिल किया है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस पैकेज में आवश्यक युद्धकालीन खरीद के लिए 3.5 बिलियन डॉलर शामिल हैं, जो पहले ही हस्तांतरित किए जा चुके हैं और वायु रक्षा प्रणालियों के लिए 5.2 बिलियन डॉलर निर्धारित किए गए हैं। 

इजरायल ने कहा है कि वह हिजबुल्लाह पर हमला इसलिए कर रहा है ताकि वहां के निवासी उत्तर की ओर लौट सकें। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने बुधवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के अवसर पर संवाददाताओं से कहा कि क्षेत्र में तनाव बढ़ता जा रहा है, ऐसे में ईरान “लेबनान में पूर्ण पैमाने पर युद्ध की स्थिति में अलग थलग नहीं रहेगा। उन्होंने इस बात की भी चेतावनी दी कि इजरायल के ‘अपराधों के लिए बख्शा नहीं जाएगा’। उन्होंने आगे कहा कि अगर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद इजरायल के युद्ध को रोकने और तत्काल युद्ध विराम लागू करने के लिए कार्रवाई नहीं करती है तो ‘मध्य पूर्व क्षेत्र में संघर्ष का खतरा’ बढ़ जाएगा।


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