IBM के अलावा, HP, मेटा और अमेज़न जैसी टेक कंपनियां भी अपनी लागत घटाने के लिए बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी करने की बना रही है योजना
IBM layoffs: प्रमुख टेक्नोलॉजी कंपनी IBM ने अमेरिका में 9,000 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है.यह छंटनी कई विभागों में की जाएगी, जिसमें कंसल्टिंग, कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी, सेल्स, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर और आंतरिक सिस्टम पर काम करने वाले कर्मचारी शामिल हैं.
इस छंटनी के तहत IBM क्लाउड क्लासिक ऑपरेशन में काम करने वाले कर्मचारियों का लगभग 25 फीसद हिस्सा चपेट में आ सकता है. IBM के CIO को रिपोर्ट करने वाले कर्मचारी, जो आंतरिक सिस्टम पर काम कर रहे हैं, उन्हें भी हटाया जा सकता है. क्लाउड डिवीजन के 10 फीसद कर्मचारियों को भी बाहर निकलने का निर्देश दिया गया है.छंटनी का सबसे ज्यादा असर टेक्सास, कैलिफोर्निया, न्यूयॉर्क, डलास और नॉर्थ कैरोलिना में देखने को मिलेगा.
IBM में छंटनी की वजह?
IBM अपनी नौकरियों को भारत में स्थानांतरित कर रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, IBM क्लाउड क्लासिक (SoftLayer) टीम को धीरे-धीरे भारत में स्थानांतरित किया जा रहा है ताकि कंपनी की लागत कम की जा सके.IBM का भारत में पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों में पहले से बड़ा ऑपरेशन मौजूद है.
बचे हुए कर्मचारियों के लिए नए नियम
जो कर्मचारी छंटनी से बच गए हैं, उन्हें अप्रैल के अंत तक सप्ताह में कम से कम 3 दिन ऑफिस आना अनिवार्य होगा. IBM बैज स्वाइप को मॉनिटर कर रहा है और केवल मेडिकल कारणों से छूट दे रही है. मैनेजमेंट द्वारा मेडिकल छूट को भी हतोत्साहित किया जा रहा है.
IBM की वित्तीय स्थिति
IBM की अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही में राजस्व 1 फीसद बढ़कर 17.6 अरब डॉलर रहा. सॉफ्टवेयर से राजस्व 10 फीसद बढ़ा, लेकिन कंसल्टिंग से 2 फीसद और इंफ्रास्ट्रक्चर से 8 फीसद की गिरावट दर्ज की गई. CEO अरविंद कृष्णा की सैलरी 23 फीसद बढ़कर 2.5 करोड़ डॉलर हो गई, जबकि कंपनी छंटनी कर रही है.
टेक इंडस्ट्री में छंटनी का दौर
IBM के अलावा, HP, मेटा और अमेज़न जैसी टेक कंपनियां भी अपनी लागत घटाने के लिए बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही हैं.इस छंटनी से टेक इंडस्ट्री में रोजगार को लेकर चिंता बढ़ गई है. IBM के हजारों कर्मचारियों के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं.
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