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आजमगढ़ की दीदारगंज सीट पर दिलचस्प मुकाबला, सियासी समीकरण ने बढ़ाई सपा की मुश्किल क्या सपा और बसपा का अबकी बार नही हो.....

यूपी के आजमगढ़ जिले की दीदारगंज विधानसभा सीट अपने आप में काफी खास है। देश आजाद होने के बाद से 2007 के विधानसभा चुनाव तक यह सीट हमेशा ही आरक्षित रही है  लेकिन 2008 से अब दीदारगंज की सीट सामान्य घोषित है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता रहे सुखदेव राजभर इसी विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ा करते थे। अभी कुछ माह पहले जब उनकी मौत हुई तो समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कमलाकांत राजभर को अपना प्रत्याशी बना दिया। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। जबकि बहुजन समाज पार्टी ने भूपेंद्र सिंह मुन्ना और कांग्रेस पार्टी ने अवधेश सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।  2012 के चुनाव में आदिल शेख जीते थे  2017 में बाजी सुखदेव राजभर के हाथ आई थी वह पांचवीं बार विधानसभा पहुंचे थे, 18 अक्‍तूबर 2021 को उनका निधन हो चुका है. देखना होगा कि 2022 के चुनाव में दीदारगंज से सपा, बसपा में से ही कोई बाजी मारता है या फिर भाजपा का खाता खुलता है 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा आदिल शेख आजमी को 64361 वोट मिले थे. आजमी ने राजभर को 2227 वोट से हराया था  उस चुनाव में भाजपा प्रत्‍याशी श्‍याम सुंदर को महज 3187 वोट मिले थे. 2017 के चुनाव में बसपा प्रत्‍याशी सुखदेव राजभर को 62125 मत प्राप्‍त हुए थे उन्‍होंने आदिल शेख को 3645 वोट से हराया था  आदिल 58480 वोट ही प्राप्‍त कर सके थे 49979 वोट लेकर भाजपा के कृष्‍ण मुरारी तीसरे स्‍थान पर थे सुखदेव राजभर 2012 से पहले लालगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा करते थे वहां से चार बार बसपा के टिकट से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे लगभग 4 लाख मतदाताओं वाली दीदारगंज विधानसभा सीट पर सबसे आधिक मुस्‍लिम वोटर हैं जिनकी संख्‍या करीब 85 हजार है अनुसूचित जाति के वोटर 80 हजार, यादव 43 हजार और राजभर वोटर करीब 45 हजार है अड्डा बनने के बाद बसों का संचालन नहीं
यहां की समस्याओं की अगर बात करें तो दीदारगंज विधानसभा अभी भी काफी पिछड़ा हुआ है। इस विधानसभा क्षेत्र में ना तो सड़कें अच्छी हैं और ना ही आवागमन की सुचारू व्यवस्था है। इस विधानसभा में मार्टिनगंज तहसील की भी घोषणा की गई। जिसके निर्माण का कार्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है। बस अड्डा तैयार होने के बाद आज भी यहां बसों का संचालन चालू नहीं हुआ है। जिसके कारण लोगों को आने जाने में काफी दिक्कतें होती हैं। यही स्थिति यहां की बिजली व्यवस्था की भी है। आज भी पुराने और जर्जर तार क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था को तार-तार करते हुए दिख जाते हैं।उत्‍तर प्रदेश व‍िधानसभा चुनाव 2022 में 403 व‍िधानसभा सीट के ल‍िए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च यानी आज हो रहा है और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी ।।


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