सरदार पटेल ने अखण्ड भारत के वर्तमान स्वरूप प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया : मुख्यमंत्री
लखनऊ : 29 अक्टूबर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान धन्वंतरि आयुर्वेद के जनक और आरोग्य के देव माने जाते हैं। आज भगवान धन्वंतरि की पावन जयन्ती है। इस दिवस को हम धनतेरस के रूप में भी मनाते हैं। आरोग्य के देवता की पावन जयन्ती पर हम स्वतंत्र भारत के शिल्पी सरदार वल्लभ भाई पटेल की पावन जयन्ती से पूर्व, ‘रन फॉर यूनिटी’ के आयोजन से जुड़ रहे हैं। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने वर्ष 1947 में अखण्ड भारत के वर्तमान स्वरूप प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया था। यह पर्व, त्योहार एवं महापुरुषों की जयन्ती हमें नए भाव से आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करते हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, लौहपुरुष, भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती के उपलक्ष्य में एक भारत-श्रेष्ठ भारत को समर्पित फ्रीडम रन (रन फॉर यूनिटी) के शुभारम्भ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलायी। उन्होंने झण्डी दिखाकर रन फॉर यूनिटी का शुभारम्भ किया। ज्ञातव्य है कि रन फॉर यूनिटी 05, कालिदास मार्ग से के0डी0 सिंह बाबू स्टेडियम तक आयोजित की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम 31 अक्टूबर को प्रस्तावित था, लेकिन उस दिन दीपावली का आयोजन होने के कारण इस दौड़ को 02 दिन पूर्व ही आयोजित किया गया है। इस वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस का महत्व और भी अधिक है, जब पूरा देश लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयन्ती वर्ष में प्रवेश कर रहा है। लौहपुरुष के 150वें जन्मदिवस के कार्यक्रम देश और प्रदेश में 31 अक्टूबर, 2024 से 31 अक्टूबर, 2025 तक वर्ष भर अलग-अलग रूपों में आयोजित होंगे।
मुख्यमंत्री प्रदेशवासियों को भगवान धन्वंतरि जयन्ती, धनतेरस, दीपावली एवं छठ तक आयोजित होने वाले सभी पर्वों की बधाई दी। उन्होंने आगामी 31 अक्टूबर से लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के 150वें जयन्ती वर्ष की शुरूआत के अवसर पर उनकी स्मृतियों को नमन कर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोग्यता वहां पर होगी, जहां समाज स्वस्थ होगा। यदि व्यक्ति या समाज स्वयं रूग्ण है, तो वह समर्थ और सशक्त नहीं हो सकता। व्यक्ति व समाज के सशक्तिकरण के लिए आरोग्यता पहली शर्त है। भारतीय मनीषा ने ‘शरीरमाद्यं खलु धर्म साधनम्’ के माध्यम से स्वास्थ्य के महत्व के विषय में बताया है। रन फॉर यूनिटी न केवल हमारी एकता दौड़ है, बल्कि स्वस्थ रहने के लिए भारतीय मनीषा के उद्घोष को चरितार्थ करने का भी एक माध्यम है। आरोग्य के देवता की जयन्ती पर हम रन फॉर यूनिटी के आयोजन से जुड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल वर्तमान भारत के शिल्पी हैं। अखण्ड भारत के शिल्पी के रूप में पूरा देश लौहपुरुष सरदार पटेल का स्मरण करता है और उनके प्रति श्रद्धा का भाव रखता है। वह प्रखर स्वाधीनता संग्राम सेनानी थे और आजादी के आन्दोलन से जुड़े थे। वर्ष 1947 में देश आजाद हुआ, उस समय ब्रिटिश सत्ता भारत को अलग-अलग भागों में बांटना चाहती थी। सरदार पटेल ने उस षडयंत्र को बेनकाब करते हुए अपनी सूझ-बूझ और दृढ़प्रतिज्ञ भाव से 563 रियासतां को भारतीय गणराज्य में शामिल किया। इनमें बहुत सी रियासतें ऐसी थी, जो भारतीय गणराज्य में मिलने को तैयार नहीं थी। जूनागढ़ के नवाब तथा हैदराबाद के निजाम सहित सभी रियासतों को सरदार पटेल की दूरदर्शिता के सामने नतमस्तक होना पड़ा था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अखण्ड भारत का स्वरूप हमारे सामने है। उत्तर से दक्षिण तथा पूरब से पश्चिम तक पूरा देश विगत 10 वर्षों में एकात्मता के भाव से जुड़कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर और विकसित भारत की संकल्पना को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है। इसकी नींव में राष्ट्रीय एकता और अखण्डता हम सभी के लिए सर्वोपरि है। इस दौड़ से पहले सभी को राष्ट्रीय एकता, अखण्डता और आन्तरिक सुरक्षा की शपथ लेनी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यदि कोई भारत की सुरक्षा पर सेंध लगाएगा, तो एक सजग नागरिक के रूप में हम मौन नहीं रह सकते। सुरक्षाबलों के बहादुर जवान अपनी जिम्मेदारी का ईमानदारीपूर्वक निर्वहन करते हैं। सुरक्षाबलों के जवानों के भरोसे के साथ ही, एक नागरिक कर्तव्य के रूप में हमारा भी दायित्व है कि राष्ट्ररूपी यज्ञ में अपना योगदान दे। इसी योगदान का निर्वहन करने के लिए आज हम रन फॉर यूनिटी का हिस्सा बन रहे हैं।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयन्ती की राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। सरदार पटेल की सोच के अनुरूप प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में एकता का भाव उत्पन्न हुआ है।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने छोटी-छोटी रियासतों को भारत में मिलाकर देश के विराट स्वरूप को प्रदर्शित करने का कार्य किया था। प्रधानमंत्री ने सरदार पटेल की सोच को धरातल पर उतारते हुए संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त करने का कार्य किया है।
इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव, सांसद नरेश बंसल, उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के अध्यक्ष मोहसिन रजा, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल, पूर्व मंत्री डॉ0 महेन्द्र सिंह एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, खिलाड़ी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
Leave a comment