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ऑनलाइन गेम की आईडी लेने को घर की अलमारी से गायब किए 4 लाख


लखनऊ। ऑनलाइन गेम फ्री फायर की आईडी हासिल करने की चाह में छठी कक्षा के छात्र ने चार लाख रुपये ठगों को थमा दिए थे। घर की अलमारी से रुपये गायब होने पर पिता ने छानबीन करना शुरू किया था। निगाह रखने के लिए घर में सीसी कैमरे लगाए गए थे। जिसके बाद बेटे के अलमारी से रुपये निकालने का पता चला था। छात्र से बात करने पर उसने दोस्त के चाचा को गेम आईडी के लिए रुपये देने की जानकारी दी थी। शनिवार को पिता ने वजीरगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी निजाम अहमद को उसके 14 वर्षीय भतीजे संग पकड़ा है। आरोपी के पास से तीन लाख रुपये भी मिले हैं।
दरअसल, वजीरगंज निवासी अनीस अहमद मैरिज हॉल का संचालन करते हैं। उनका दस वर्षीय बेटा शाम के वक्त क्रिकेट खेलने के लिए जाता था। जहां उसकी मुलाकात 14 वर्षीय किशोर से हुई थी। जो फ्री फायर गेम खेलने का लती था। किशोर ने ही छात्र को भी अपने मोबाइल पर कई बार गेम खिलाया था। जिसके बाद छात्र को भी ऑनलाइन गेम की लत लग गई थी। वह परिवार वालों की नजर बचा कर गेम खेलता था। नई स्टेज पार करने के लिए ऑनलाइन ही आईडी खरीदनी होती है। इस समस्या को सुलझाने के लिए छात्र ने किशोर से मदद मांगी थी। जिसने आईडी दिलाने के नाम पर छात्र से दो हजार रुपये लिए थे। अनीस के अनुसार करीब पांच दिन के लिए आईडी का इस्तेमाल उनके बेटे ने किया था। इसके बाद उस आईडी का पासवर्ड बदल दिया गया था।
इसके बाद नई आईडी के लिए किशोर ने अपने चाचा निजाम अहमद से सम्पर्क कराया था। जिसने आईडी के लिए बड़ी रकम लगने की बात कही थी। ऑनलाइन गेम की लत पूरी करने के लिए किशोर ने परिवार वालों की नजर बचा कर अलमारी में रखे रुपये निकालना शुरू कर दिया था। इंस्पेक्टर राजकिशोर पाण्डेय के मुताबिक निजाम अहमद को गिरफ्तार करते हुए उसके पास से तीन लाख रुपये बरामद किए गए हैं। पूछताछ में निजाम ने भतीजे के जरिए छात्र से आईडी दिलाने की बात कबूल की है। इस वारदात में निजाम का दोस्त आफताब भी शामिल है। जिसे पुलिस तलाश रही है। इंस्पेक्टर ने बताया कि घर से रुपये गायब होने पर अनीस चिंतित थे। घर में काम करने वाले नौकरों पर उनका शक गहरा गया था। इसलिए अनीस ने घर में ही कैमरे लगा दिए थे। फुटेज में अलमारी से रुपये निकालते हुए अनीस को बेटा दिखाई पड़ा था। उन्होंने बेटे से पूछताछ की थी। लेकिन वह कुछ बताने को तैयार नहीं था।
किसी तरह समझाने के बाद छात्र ने ऑनलाइन गेम के लिए अलमारी से रुपये निकालने की जानकारी दी थी। इंस्पेक्टर के मुताबिक आरोपी निजाम अहमद के पास से तीन लाख रुपये पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। साइबर विशेषज्ञ राहुल मिश्र ने बताया कि फ्री फायर ऑनलाइन बैटल गेम हैं। जिसमें कई सारे लोग एक साथ मिल कर खेलते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को मोबाइल देते वक्त उसकी निगरानी करना जरूरी है। ऑनलाइन गेम जिनमें पेड आईडी या आइटम हो। ऐसे गेम को तत्काल हटा देना चाहिए। साथ ही बच्चों को कभी भी यूपीआई या फिर बैंक वॉलट का पासवर्ड नहीं बताना चाहिए। यह कुछ तरीके हैं। जिनके जरिए इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है।


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