महाविद्यालय अपलोड कराएं समयबद्ध सूचनाएं- कुलपति
महाविद्यालयों के लिए समर्थ पोर्टल एकीकरण कार्यशाला का आयोजन
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में महाविद्यालयों के लिए समर्थ पोर्टल पर उच्च शिक्षा को डिजिटल बनाने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गयाl कार्यशाला में विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालय के प्रतिनिधि ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मोड में उपस्थित रहे।
कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने कार्यशाला में ऑनलाइन अपना उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा संस्थानो को छात्रों, कर्मचारी और हित धारकों के लिए सेवाओं की योजना, प्रबंधन, वितरण और निगरानी के लिए एक डिजिटल ढांचे को सशक्त बनना है। उन्होंने कहा कि समर्थ पोर्टल के लिए सभी महाविद्यालय समयबद्ध सूचनाओं को अपलोड कराएं।
वित्त अधिकारी संजय राय ने समर्थ पोर्टल के विषय में सभी को अवगत कराया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव महेंद्र कुमार ने समर्थ पोर्टल को लागू करने हेतु शासन की नीति से सभी को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय एवं उससे संबद्ध सभी महाविद्यालयों में आगामी सत्र से प्रवेश से लेकर परीक्षा परिणाम तक की समस्त प्रक्रिया अनिवार्य रूप से समर्थ पोर्टल के माध्यम से होगी।
इसके पश्चात तकनीकी सत्र को संबोधित करते हुए समर्थ पोर्टल के नोडल अधिकारी डॉ आशुतोष सिंह ने महाविद्यालयों को प्रवेश से संबंधित समस्त प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। उन्होंने यह भी बताया कि इसे लागू करने के दौरान जो भी समस्याएं उत्पन्न होगी विश्वविद्यालय उन समस्याओं को दूर करने में महाविद्यालय को हर संभव मदद करेगा।
स्टीयरिंग कमेटी के समन्वयक डॉ धीरेंद्र चौधरी ने विद्यार्थियों के प्रवेश फॉर्म में भरी जाने वाली सूचनाओं को समर्थ पोर्टल के माध्यम से एक संक्षिप्त डेमो देकर समझाया।
गौरतलब है कि समर्थ पोर्टल 40 से अधिक सॉफ्टवेयर मॉड्यूल का संकलन है जो विश्वविद्यालय संचालन और प्रशासन के पांच महत्वपूर्ण कार्यात्मक डोमेन के भीतर विभिन्न कार्य प्रभाव के प्रबंधन के लिए डिजाइन किया गया है। जिसमें शैक्षणिक और विद्यार्थी जीवन चक्र, मानव संसाधन प्रबंधन और कर्मचारी जीवन चक्र, वित्त, लेखा और आपूर्ति श्रृंखला, शासन और निर्णय समर्थन एवं अन्य सुविधाएं और सेवाएं मौजूद हैं।
मंच संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी अमित वत्स जी ने किया। तकनीकी सहयोग सत्यम उपाध्याय, डॉ प्रशांत यादव एवं नीरज कुमार, जितेंद्र शर्मा, नितिन चौहान ने दिया ।इस अवसर पर प्रोफेसर देवराज सिंह, प्रोफेसर रजनीश भास्कर, प्रोफेसर मिथिलेश सिंह समेत महाविद्यालय के प्रतिनिधि उपस्थित रहे l
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