मुख्य सचिव एवं यूआईडीएआई के सीईओ ने आधार से जुड़ी योजनाओं के प्रभाव को अधिकतम करने हेतु एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का दीप प्रज्जवलित कर किया उद्घाटन
लखनऊ: मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह एवं भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमित अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश में आधार से जुड़ी योजनाओं के प्रभाव को अधिकतम करने के हेतु भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण, क्षेत्रीय कार्यालय, लखनऊ द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला का दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा की उत्तर प्रदेश में सखी योजना महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसमें उनकी सुरक्षा, स्वास्थ्य, और वित्तीय सशक्तिकरण पर ध्यान दिया गया है। इस योजना में आधार कार्ड का महत्वपूर्ण योगदान है। आधार के माध्यम से सरकार महिलाओं की पहचान की पुष्टि करके उनके बैंक खातों में सीधे लाभ पहुंचा रही है। आधार की मदद से लाभार्थी की पहचान की पुष्टि होती है, जिससे धोखाधड़ी की संभावनाएं कम होती हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार आधार का प्रयोग करके ज़ीरो पॉवर्टी स्कीम' की शुरुआत कर रही है। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में 25 परिवारों को चिन्हित करके इस योजना का लाभ पहुंचाया जा सकेगा। उन्होंने कहा की राज्य सरकार आधार को सशक्त बनाने में प्राधिकरण द्वारा बताए गए सुझावों को अमल में लाने का हर संभव प्रयास करेगा।
इस अवसर पर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमित अग्रवाल ने कहा की आधार की मदद से किया जा रहा चेहरा प्रमाणीकरण एक सशक्त माध्यम है, जिसे कहीं भी कभी भी किया जा सकता है। इस प्रणाली के प्रयोग से वरिष्ठ नागरिकों को डिजिटल जीवन प्रमाण प्राप्त करना आसान हो गया है। उन्होंने इस प्रणाली के अधिकतम प्रयोग पर बल दिया।
उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आधार प्रमाणीकरण का प्रयोग करके भर्ती करने के प्रक्रिया की सराहना की। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से निवेदन किया कि सभी दस्तावेजों पर क्यू आर कोड प्रिन्ट करें, ताकि आधार नामांकन और अपडेट करते समय इस दस्तावेजों की सत्यता की जांच आसानी से की जा सके।
कार्यशाला में सभी प्रतिभागियों का स्वागत भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के क्षेत्रीय कार्यालय, लखनऊ में उपमहानिदेशक प्रशांत कुमार सिंह ने किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश में आधार के अब तक के सफर पर बोलते हुए कहा की उत्तर प्रदेश में अबतक लगभग 23.5 करोड़ आधार जारी किए जा चुके है। प्रदेश की 15000 आधार नामांकन और अपडेट किट्स की सहायता से रोजाना 16000 नए नामांकन और 1 लाख अपडेट किए जा रहे है। आधार का इस्तेमाल कर अब तक 175 खोए बच्चों और महिलाओं को अपने परिवारों से मिलवाया जा चुका है।
कार्यशाला का संचालन निदेशक, ले. कर्नल (डाँ.) प्रवीण कुमार सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन प्राधिकरण के निदेशक आकाश दीप ने किया।
विभिन्न सत्रों में संपन्न होने वाले इस कार्यशाला का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में आधार के अब तक के सफ़र, आधार के उपयोग और आगे की राह, आधार प्रमाणीकरण मंच, राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को प्रत्यक्ष लाभ अन्तरण (डीबीटी) के माध्यम से वास्तविक लाभार्थी तक किस प्रकार आधार प्रमाणीकरण का प्रयोग करके आसानी से पहुंचाया जा सके और उनके जीवन को बेहतर बनाया जा सके था।
इस अवसर पर यूआईडीएआई मुख्यालय में उप महानिदेशक अमोद कुमार, मनीष भारद्वाज, भारत सरकार में डीबीटी संयुक्त सचिव सौरभ कुमार तिवारी और क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ में उप महानिदेशक, यूआईडीएआई प्रशांत कुमार सिंह सहित राज्य एवं केंद्र सरकार के विभिन्न के विभाग जैसे नियोजन, समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड, आरबीआई, ऊर्जा विभाग, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, प्राविधिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा विभाग, भारतीय डाक, महिला एवं बाल विकास, बेसिक शिक्षा, स्पेशल टास्क फोर्स, भारतीय रेल, राम मनोहर लोहिया अस्पताल, भारतीय डाक, कर विभाग, कौशल विकास, सहकारी बैंक, बरोदा यूपी ग्रामीण बैंक, बी०एस०एन०एल०, एन०आई०सी० के अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण आदि उपस्थित थे।
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