घर का टिफिन पति रोज दे देता था भिखारी को, सच्चाई पता चली तो पत्नी ने भिखारी से कर ली शादी !
इस दुनिया में कई बार ऐसी अजीबो गरीब बाते सामने आती है जिन पर भरोसा करना मुश्किल होता है,पर वो सच होती है,आज हम आपके लिए ऐसी ही एक खबर लेकर आये है,जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगी,की क्या ऐसा भी हो सकता ?आपने कई बार अपने घर में भी ये देखा होगा की आपकी मम्मी,बहन या पत्नी आपको रोज़ रोज़ एक सा खाना बनाकर दे रही है,और आप चुपचाप खा रहे है,और फिर ऐसा होता है की आप एकसा खाना खाते हुए बोर हो जाते हो,और झल्लाकर बोल ही देते हो की क्या मम्मी रोज़ रोज़ एकसा खाना बना लेती हो,मै एक सा खाना खा खा कर बोर हो चूका हु, फिर आपकी माँ भी कभी गुस्सा तो कभी प्यार से कुछ और बना ही देती है।ज़रूर हर किसी के साथ कभी न कभी तो ऐसा हुआ ही होता है,पर यहाँ जो किस्सा हम आपको बताने जा रहे है,उसमे ऐसा कुछ नहीं हुआ,बल्कि बिना कुछ कहे ही इस आदमी को पत्नी से हाथ धोने पड़ गए ।
आज जो हम आपको बताने जा रहे हैं वो भी कुछ इसी तरह का मामला है जो कि लौकी के सब्जी से शुरू होकर पत्नी के छोड़ के जाने पर ख़त्म हुआ ये किस्सा आपको चौका के रख देगा,ये मामला यूपी का है,यहाँ श्रावस्ती नाम की एक महिला रहती है और उसका पति आशीष रहता है। महिला रोज़ अपने पति को टिफ़िन में एक ही सब्ज़ी देती पर पति शिकायत नहीं करता था,फिर क्या पत्नी के दिमाग को ये बात खटक गयी।आशीष रोज सुबह-सुबह टिफिन लेकर मजदूरी पर निकल जाता था। और पत्नी से कभी कोई शिकायत नहीं करता की टिफ़िन कैसा था, आशीष की पत्नी उसे हर रोज टिफिन में एक ही तरह की बनी हुई लौकी की सब्जी देती थी, श्रावस्ती ने अपने पति को रोज लगभग 20 दिन तक लौकी की सब्जी बनाकर दी,
उस महिला को अब अपने पति पर शक होने लगा और उसने पति का पीछा किया की आखिर वो कभी भी टिफ़िन को लेकर कुछ कहता क्यों नहीं है,पत्नी ने देखा आशीष टिफिन को रास्ते में ही रोज एक भिखारी को दे देता था। वो अपने पति से कुछ पूछ पाती की तब तक भिखारी ने उसे देखते ही रोमांटिक होकर दो चार शायरी कह डाली उसके बाद क्या? आशीष की पत्नी श्रावस्ती को ऐसा लगा कि जैसे मानो उसे उसके बचपन का प्यार मिल गया हो जिसे उसने कभी खो दिया था। उसी समय श्रावस्ती ने आशीष को तलाक देकर भिखारी से मंदिर में जाकर शादी कर ली और साथ में भीख मांगते है।यकीन करना मुश्किल है,पर बात सच है ।
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