नहीं थम रहा डेगूं का कहर, मचा है त्राहि त्राहि
जौनपुर।मच्छर जनित बीमारियों ने बीते करीब एक महीने से जिस तरह प्रभाव जमा रखा है उससे त्राहि-त्राहि मच गई है। इसकी वजह से जिले में सैकड़ों लोगों की मौत हो गयी।
वरिष्ठ चिकित्सक भी कह रहेे हैं कि डेंगू इस बार काफी अधिक फैला है। अस्पतालों की ओपीडी से लेकर वार्ड तक मरीजों की भरमार है। मलेरिया और चिकुनगुनिया के कुछ मरीज भी डाक्टरों के सामने आ रहे हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता पर बड़ा सवाल भी है क्योंकि संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाने का दावा हुआ था जो हवाई और कागजीसाबित हुआ।
मौसम बदलने पर हर साल बीमारियां घेर लेती हैं। मच्छरों के काटने से डेंगू, मलेरिया और चिकुनगुनियां, इनके अलावा टायफाइड भी खूब होता है। इस बार डेंगू ऐसा हावी हुआ कि हाहाकार ही मच गया। डाक्टर डेंगू के अलावा मलेरिया, चिकुनगुनिया और टायफाइड की जांच भी करा रहे हैं।
हालांकि मलेरिया और चिकुनगुनिया के लक्षण भी डेंगू से काफी मिलने-जुलने के बावजूद इसके मरीज गिने-चुने ही मिले। डेंगू रू बुखार 101 से 103 डिग्री तक, बदन दर्द, सिर दर्द, ठंड लगना, आंखों के पिछले हिस्से में जलन, जी मिचलाना, कमजोरी, मलेरिया रू बुखार 101 से 103 डिग्री तक, सिर दर्द, जी मिचलाना, ठंड लगना, चक्कर आना, थकान लगना चिकुनगुनिया में तेज बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में अत्यधिक दर्द, जोड़ों में दर्द व सूजन होता है।
वरिष्ठ फिजीशियन कहते हैं कि डेंगू का प्रभाव सबसे अधिक है। इन बीमारियों के लक्षण लगभग एक जैसे हैं, चिकुनगुनिया में थोड़ा अंतर यह है कि इसमें जोड़ों में दर्द व सूजन हो जाते हैं। फिलहाल मलेरिया का फैलाव सबसे कम है। यह बीमारियां भी घनी बस्तियों में फैली हैं।
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