करोड़पति बनना हुआ आसान,कम लगात का निवेश,मुनाफा ही
SIP Calculator: अगर आपको करोड़पति बनना है तो थोड़ा पैसा तो खर्च यानि निवेश करना पड़ेगा. इसमें कोई प्रोडक्ट या इंस्ट्रूमेंट नहीं खरीदना है. न ही शेयर बाजार में लगाना है.
SIP Calculator: सिर्फ ₹6000 का निवेश और मिलेंगे 2,11,79,483 करोड़ रुपए, कुल 1,90,19,483 रुपए बढ़ेगी आपकी दौलत
SIP Calculator: पैसे से ही पैसा बनाया जाता है. अगर आपको करोड़पति (Crorepati) बनना है तो थोड़ा पैसा तो खर्च यानि निवेश करना पड़ेगा. इसमें कोई प्रोडक्ट या इंस्ट्रूमेंट नहीं खरीदना है. न ही शेयर बाजार में लगाना है. बल्कि म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के जरिए छोटा-छोटा निवेश करके बड़ा कॉर्पस तैयार करना है. SIP ऐसा ही एक टूल है, जिसके जरिए लंबी अवधि में करोड़पति बनने का लक्ष्य पूरा किया जा सकता है. लंबी अवधि में निवेश का फायदा इसलिए है क्योंकि, इसमें कम्पाउडिंग के जरिए मोटा रिटर्न कमाया जा सकता है. अगर सही उम्र में निवेश की शुरुआत हो तो रिटायरमेंट से भी 10 साल पहले करोड़पति बन सकते हैं. सबसे खास बात ये है कि इसमें सबसे ज्यादा Wealth Gain होता है.
SIP Calculator से कैलकुलेट करें अपना वेल्थ गेन
मान लीजिए निवेश की उम्र- 20 साल
निवेश अवधि- 25 साल
निवेश- 6000 रुपए महीना
औसत रिटर्न- 12%
45 साल की उम्र- 1 करोड़ रुपए से ज्यादा का फंड
SIP कैलकुलेटर के मुताबिक, हर महीने 6,000 रुपए का निवेश करते हैं और सालाना औसत रिटर्न 12% रहता है तो 25 साल में 1 करोड़ 13 लाख 85 हजार 811 रुपए का फंड तैयार हो सकता है. इसमें आपका 25 साल में कुल निवेश 18 लाख रुपए का होगा. वहीं, 95 लाख 85 हजार, 811 रुपए का रिटर्न यानी वेल्थ गेन (Wealth gain) होगा.
30 साल में मिलेंगे 2 करोड़ रुपए से ज्यादा
अगर निवेश की अवधि को 5 साल और बढ़ा लेते हैं. कुल 30 साल का निवेश 21,60,000 रुपए होगा. 50 की उम्र में आपके पास 2,11,79,483 करोड़ रुपए का अमाउंट तैयार होगा. कैलकुलेशन में महंगाई (Inflation rate) को एडजस्ट नहीं किया गया है.
SIP निवेश का एक सिस्टमेटिक तरीका (Systematic Investment Plan) है. लंबी अवधि में कई ऐसे फंड्स हैं, जिनका सालाना रिटर्न 12% रहा है. इसमें निवेशक को सीधे बाजार के रिस्क का सामना नहीं करना पड़ता है. वहीं, रिटर्न भी ट्रेडिशनल प्रोडक्ट के मुकाबले ज्यादा रहता है. ध्यान रखें कि म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन होता है. इसलिए निवेशक को इनकम, टारगेट और रिस्क प्रोफाइल देखकर ही फैसला करना चाहिए. SIP के जरिए आप निवेश की आदत, रिस्क और उस पर मिलने वाले रिटर्न का आकलन आसानी से पता कर सकते हैं.निवेशक अपने ही जोखिमों पर निवेश कर
Leave a comment