BJP MLC उम्मीदवार अरुणकान्त यादव राजनीति में बड़ी पारी का दौर.....भाजपा ने जताया विश्वास
लखनऊ : BJP MLC Candidate Arun Kant Yadav: उत्तर प्रदेश में विधान परिषद सीट के लिए बीजेपी ने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है. यूपी विधान चुनाव के बाद अब एमएलसी चुनाव की सरगर्मी चरम पर है। नामाकंन में बस एक दिन का समय है। बीजेपी ने अंतिम समय में अपना पत्ता खोल दिया है। पार्टी ने कई दावेदारों को दरकिनार कर आजमगढ़-मऊ सीट से पूर्व विधायक अरूणकांत यादव को मैदान में उतारा है। आजमगढ़ मऊ विधान परिषद सीट (Azamgarh Mau Legislative Council seat) के लिए अरुणकांत यादव को प्रत्याशी बनाया गया है.बता दें कि अरुणकांत यादव फूलपुर पवई से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के बाहुबली विधायक रमाकांत यादव के पुत्र हैं. अरुण कान्त यादव पहली बार 2007 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर फूलपुर सीट से विधायक चुने गए वही से युवा नेता की राजनीति को एक पंख लगा GGS NEWS 24 एक इंटरव्यू में अरुणकान्त यादव ने कहा थाकि," मेरा सोच अलग है मैं राजनीत में नही आना चाहता था मैं एक फौजी बनना चाहता था पर हालात ने नेता बना दिया।"
अरूणकांत यादव वतर्मान सपा विधायक बाहुबली रमाकांत यादव के पुत्र हैं। वहीं सपा ने भी यादव नेता राकेश यादव पर दाव लगाया है। ऐसे में लड़ाई दिलचस्प होने की संभावना है।
बता दें कि एमएलसी चुनाव में सीएम योगी के करीबी एमएलसी यशवंत सिंह के पुत्र रीशू सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष जयनाथ सिंह, क्षेत्रीय महामंत्री सहजानंद राय सहित आधा दर्जन से अधिक नेता टिकट की दावेदारी कर रहे थे। रहा सवाल अरूणकांत यादव का तो वे वर्ष 2017 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर फूलपुर पवई विधानसभा से विधायक चुने गए और तब से आज तक बीजेपी के प्रति खड़े रहे लेकिन वर्ष 2022 के चुनाव में वे विधानसभा से ही टिकट की दावेदारी कर रहे थे लेकिन अंतिम समय में सपा ने अरूणकांत के पिता बाहुबली रमाकांत यादव को फूलपुर पवई से मैदान में उतार दिया था। इसके बाद बीजेपी ने अरूणकांत का टिकट काटकर रामसूरत राजभर को मैदान में उतार दिया था। कारण साफ़ था कि बीजेपी पिता के सामने पुत्र को लड़ाने के मूड में नहीं थी। इसके बाद अरूणकान्त यादव ने एमएलसी चुनाव में टिकट की दावेदारी शुरू कर दिये और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने पूर्व विधायकअरुणकान्त यादव पर एक बार फिर विश्वास जताया है।जानकारी के अनुसार बतादेंकि उन्होंने पूर्व में ही तीन सेट में पर्चा खरीद लिया था। पिछले दिनों सपा ने अपने पत्ते खोलते हुए राकेश यादव को मैदान में उतार दिया था लेकिन बीजेपी ने अपने पत्ते नहीं खोले थे। बीजेपी की तरफ से आधा दर्जन अन्य नेताओं ने भी पर्चा खरीद लिया था लेकिन शनिवार को पार्टी ने अरूणकांत यादव के नाम की घोषणा कर दी। माना जा रहा है कि अब लड़ाई काफी कठिन होगी। कारण कि यादवों में अरूणकांत यादव की काफी अच्छी पैठ है.
साल 2009 में रमाकांत यादव बीजेपी के टिकट पर आजमगढ़ लोकसभा सीट से सांसद चुने गए. रमाकांत यादव के बीजेपी में जाने के कारण समाजवादी पार्टी ने 2012 में अरुण कांत यादव को टिकट नहीं देकर श्याम बहादुर यादव को प्रत्याशी बनाया और वह विधायक चुने गए. अब अरुणकान्त यादव राजनीति में बड़ी पारी का दौर देखा जा रहा है।
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