देश की पहली महिला रेलमंत्री भी रह चुकी है,ममता राजनीति में आने से पहले वो इतनी ......
1976 से 1980 तक, वह महिला कांग्रेस आई से पश्चिम बंगाल की महासचिव रहीं।
शुक्रवार 26 फरवरी को चुनाव आयोग ने 5 राज्यों में चुनावों की तारीखें जारी कर दी हैं जिसमें सबकी निगाहें पश्चिम बंगाल पर रहने वाली हैं। ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की नौवीं और बंगाल राज्य में मुख्यमंत्री का पद संभालने वाली पहली महिला हैं। उनका जन्म 5 जनवरी 1955 को पश्चिम बंगाल में हुआ था। उनके पिता का नाम प्रोमिलेश्वर बनर्जी और मां का नाम गायत्री देवी है,
ममता ने अपने पिता को कम आयु में ही खो दिया था। उनके छह भाई हैं: अमित बनर्जी, अजीत बनर्जी, काली बनर्जी, बाबेन बनर्जी, गणेश बनर्जी और समीर बनर्जी। ममता ने अपनी उच्च माध्यमिक शिक्षा देशबंधु शिशु शिक्षालय, कोलकाता से 1970 में पूरी की। उसके बाद 1974 में उन्होंने कोलकाता के जोगोमाया देवी कॉलेज से इतिहास में ग्रेजुएशन किया और कलकत्ता विश्वविद्यालय से 1977 में पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा किया। ममता के पास कोलकाता के श्री शिक्षाशास्त्र कॉलेज से बी.एड की डिग्री और कोलकाता के जोगेश चंद्र चौधरी लॉ कॉलेज से लॉ की डिग्री है।
ममता ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत बहुत कम उम्र में कांग्रेस के साथ की थी। 1984 के लोकसभा चुनाव में, वह पश्चिम बंगाल के जादवपुर संसदीय क्षेत्र से दिग्गज नेता, सोमनाथ चटर्जी को हराकर सबसे कम उम्र की सांसद बनीं। 1997 में, ममता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अलग हो गईं और अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की, जिसे TMC भी कहा जाता है। ममता बनर्जी देश की पहली महिला रेल मंत्री भी रह चुकी हैं। उन्होंने दो बार यह पद संभाला। इसके अलावा उन्होंने मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री, कोयला मंत्री, महिला और बाल विकास मंत्री और युवा मामले और खेल मंत्री के पदों पर भी अपनी सेवाएं दी।
2011 के चुनाव में ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल की 184 सीटों पर जीत मिली थी। इसके बाद 2016 में ममता पहले से अधिक सीटों के साथ राज्य की सत्ता जीतने में कामयाब हुईं थी। 2021 के विधानसभा चुनाव के नतीजे 2 मई को जारी होंगे ।।
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