चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर वेबिनार का हुआ आयोजन
आजाद के त्याग को कभी भुलाया नहीं जा सकता- प्रो. पुरोहित
जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की जयंती के अवसर पर शनिवार को अमर राष्ट्र नायक चंद्रशेखर आजाद विषयक ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन किया गया. इसके साथ की बाल गंगाधर तिलक के जयंती पर उन्हें भी नमन किया गया.
जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित वेबिनार में बतौर मुख्य वक्ता दून विश्वविद्यालय के प्रबंध अध्ययन संकाय के अध्यक्ष प्रो. एच सी पुरोहित ने कहा कि आजाद ने राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया, युगों- युगों तक उन्हें याद किया जाता रहेगा. युवा उनके व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दे. कहा कि उन्होंने युवा वय में ही देश की आजादी के लिए जो त्याग, बलिदान दिया उसको भुलाया नहीं जा सकता. काकोरी कांड की चर्चा करते उन्होंने कहा कि इस घटना को उन्होंने कुशल प्रबंधन से अंजाम दिया था. चंद्रशेखर आजाद सदैव अजर और अमर रहेंगे. उन्होंने कहा की आजादी के अमृत महोत्सव को पूरा देश मना रहा है और ऐसे महान वीरों को नमन कर गौरवान्वित महसूस कर रहा है.
लोक दायित्व संस्था के संयोजक पवन सिंह ने बाल गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आजाद को नमन करते हुए कहा कि होम रूल लीग आन्दोलन और स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है के उद्घोष ने पूर्ण स्वराज्य की मांग को प्रबल कर दिया. उन्होंने कहा कि आजाद एक निडर क्रांतिकारी थे. 15 वर्ष की आयु में ही महात्मा गाँधी द्वारा चलाये जा रहे असहयोग आन्दोलन में शामिल हो गए थे.
राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. राकेश कुमार यादव ने कहा कि चन्द्रशेखर आजाद ने आजादी के आन्दोलन को क्रन्तिकारी आन्दोलन में बदल दिया था. उन्होंने चंद्रशेखर आजाद और बाल गंगाधर तिलक के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला.
आजादी के अमृत महोत्सव के नोडल अधिकारी प्रो. अजय प्रताप सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया. कार्यक्रम का संचालन हर घर तिरंगा के नोडल अधिकारी डॉ. मनोज मिश्र ने किया. इस अवसर पर डॉ. गिरिधर मिश्र, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. पुनीत धवन, डॉ. चन्दन सिंह, डॉ. नितेश जायसवाल,डॉ. अमित यादव, डॉ. शिव शंकर, डॉ. पंकज सिंह, डॉ. अविनाश वर्मा, डॉ. अलोक प्रताप सिंह समेत विद्यार्थी शामिल हुए.
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