प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अमेरिकी विदेश मंत्री का मुलाकात, अमेरिकी विदेश मंत्री का भारत दौरा ,कुछ ख़ास
नई दिल्ली : अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन मंगलवार से भारत के अपने पहले आधिकारिक दौरे पर होंगे। उन्होंने कहा है कि चीन के अलावा भारत में मानवाधिकार की स्थिति पर भी चर्चा करेंगे।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन मंगलवार को भारत पहुंच रहे हैं। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की उनकी बतौर विदेश मंत्री यह पहली यात्रा होगी। बुधवार को वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर से मिलेंगे। अमेरिकी विदेश मंत्री की यह यात्रा अहम मानी जा रही है क्योंकि बाइडन सरकार ने चीन के ख़िलाफ़ सख़्त रुख अपनाया है और चीन की बढ़ती ताक़त के ख़िलाफ़ भारत उसका बड़ा सहयोगी हो सकता है। ब्लिंकेन के एजेंडे में हिंद-प्रशांत क्षेत्र की भू-राजनीति के अलावा साझा सुरक्षा हित, लोकतांत्रिक मूल्य और जलवायु संकट भी होगा। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह भारतीय अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस महामारी पर भी चर्चा करने वाले हैं।
इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारत में मानवाधिकार को लेकर चिंता जताई है और कहा है कि वह अपनी यात्रा पर भारत में मानवाधिकारो का मुद्दा ज़रूर उठाएंगे।अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की।
विदेश मंत्री ब्लिंकेन ने राष्ट्रपति बाइडेन और उपराष्ट्रपति हैरिस की तरफ से प्रधानमंत्री का अभिवादन किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को दिन में ईएएम और एनएसए के साथ हुई सकारात्मक बातचीत के बारे में बताया, साथ ही रक्षा, समुद्री सुरक्षा, व्यापार एवं निवेश, जलवायु परिवर्तन और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत अमेरिका सामरिक संबंधों को और मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता जाहिर की।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति बाइडेन और उपराष्ट्रपति को अपनी तरफ से शुभकामनाएं दीं। साथ ही क्वैड, कोविड-19 और जलवायु परिवर्तन से संबंधित पहलों के लिए राष्ट्रपति बाइडेन की सराहना की।
विदेश मंत्री ब्लिंकेन ने भारत और अमेरिका के बीच व्यापक द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर तालमेल बढ़ने और इस तालमेल के ठोस व व्यावहारिक सहयोग में तब्दील करने के लिए दोनों सामरिक सहयोगियों की प्रतिबद्धता की सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अमेरिका और भारत के समाज लोकतंत्र, स्वतंत्रता और उदारता के मूल्यों के लिए एक गहरी प्रतिबद्धता साझा करते हैं, वहीं अमेरिका में भारतीय समुदाय ने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने में खासा योगदान किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के चलते पैदा चुनौतियों, वैश्विक आर्थिक सुधार और जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में आने वाले वर्षों में भारत-अमेरिका सामरिक भागीदारी का व्यापक वैश्विक महत्व होगा।
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