राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन,43297 मामलों का निस्तारण
आजमगढ़ -- जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आजमगढ़ के तत्वाधान मे आज जनपद न्यायालय परिसर आजमगढ़ में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन मा0 जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आजमगढ़ दिनेश चंद की अध्यक्षता में माँ सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीपार्चन एवं पुष्पार्चन करके नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत ओम प्रकाश वर्मा- III एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आजमगढ़ सुश्री अनीता की देखरेख में किया गया।
इस अवसर पर सभी सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण व उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पार्चन किया। मा0 जनपद न्यायाधीश ने लोक अदालत की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह एक ऐसा माध्यम है जिसमें किसी पक्ष की हार नहीं होती और सिविल मामलों में कोर्ट फीस भी सम्बन्धित पक्ष को वापस हो जाती है । माननीय जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आजमगढ़ द्वारा कुल 34 वादों का निस्तारण किया गया ।
लालता प्रसाद द्वितीय, प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय द्वारा 46 वादों सहित कुल 71 वादों का पारिवारिक न्यायालय द्वारा निस्तारण किया गया। न्यायालय मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण से कुल 22 वादों का निस्तारण किया गया। भगवान दयाल भारती, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा कुल 02 वादों का निस्तारण किया गया।
शिवचन्द, विशेष न्यायाधीश (एससी/एसटी) एक्ट द्वारा कुल 20 वादों का निस्तारण किया गया।
ओमप्रकाश वर्मा तृतीय, अपर सत्र न्यायाधीश/नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत द्वारा कुल 02 वादों का निस्तारण किया गया।
पारिवारिक न्यायालय द्वारा अलग रह रहे दम्पत्तियों के वादों का निस्तारण कराकर उनको एक साथ रहने का, तथा दम्पत्तियों को आशीर्वाद देकर व माला पहनाकर विदा किया गया।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा कुल 2081 वादों का निस्तारण किया गया तथा 197400.00 रू0 की धनराशि का अर्थदण्ड आरोपित किया गया। इसके साथ ही राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों तथा बी.एस.एन.एल. द्वारा भी स्टाल लगाकर प्री-लिटिगेशन के 1518 वादों का निस्तारण करते हुए कुल 34245000.00 रू0 का समझौता किया गया। इस प्रकार इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 65973 वादों में से 43297 वादों का निस्तारण किया गया।
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