दो दरोगा के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज, प्रदर्शन और अल्टीमेट के बाद बैकफुट पर आई पुलिस
लखनऊ। जरा सी बात पर लखनऊ में एक वकील और दो दरोगाओं के बीच शुरू हुए विवाद में वकीलों के प्रदर्शन और अल्टीमेटम से पुलिस बैकफुट पर आ गई है। इस मामले में पहले ही वकील के साथ मारपीट के आरोपी दो दरोगाओं का दूसरी कोतवाली में तबादला कर दिया गया था। अब उनके खिलाफ लूट का मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है। बता दें कि इस मुद्दे पर पिछले कई दिनों से वकील आंदोलित हैं। इससे तहसीलों में न्यायिक कार्य प्रभावित हो रहा है। बुधवार को वकीलों ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी थी। बता दें कि अधिवक्ता अश्विनी सिंह ने दरोगा राजकुमार और वीके सरोज पर चौकी में पिटाई कर मोबाइल लूट लेने का आरोप लगाया था। 30 दिसंबर की रात अधिवक्ता अश्विनी सिंह की कार से बाइक सवारों को टक्कर लग गई थी। विवाद होने पर पुलिस अश्विनी को उनके साथी अरुण कुमार ओझा के साथ चौकी लेते गई। अश्विनी ने आरोप लगाया था कि दरोगा राजकुमार और वीके सरोज ने चौकी में उनके साथ मारपीट करते हुए मोबाइल छीन लिया था। बीच-बचाव करने पर अरुण को भी पीटा गया था। 31 दिसंबर को अधिवक्ताओं के साथ मारपीट से गुस्साए साथी अधिवक्ताओं ने सात घंटे तक लखनऊ रायबरेली हाइवे जाम रखा था। दबाव में आकर कोतवाली में तैनात दरोगा रादकुमार और वीके सरोज का तबादला दूसरी कोतवाली में किया गया। इसके बाद भी वकीलों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। अधिवक्ताओं की महापंचायत बुलाकर शक्ति प्रदर्शन किया गया। कई दिन से तहसीलों में न्यायिक कार्य भी सुचारू रूप से नहीं हो रहा था। बुधवार को बड़े प्रदर्शन की चेतावनी थी। स्थिति को भांपते हुए मंगलवार अश्विनी सिंह की तहरीर पर दरोगा राजकुमार और वीके सरोज के खिलाफ मारपीट और मोबाइल लूटने की धारा में एफआईआर दर्ज की गई है।
Leave a comment