परिवर्तन सेवा संस्थान गांधीगिरी टीम मानवीयता की पेश किया मिसाल
आजमगढ़ वैश्विक महामारी कोविड-19 के बीच जहां परिचित लोग संक्रमित की मदद से कतराते नजर आये, वहीं परिवर्तन सेवा संस्थान गांधीगिरी टीम मानवीयता की मिसाल पेश करने का काम कर रही है। संस्थान के सचिव विवेक पांडेय ने आमजन की मदद के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से अपने कई नबंरों को लोगों के बीच साझा किया और किसी भी आवश्यक मदद के लिए 24 घंटे सहयोग का आश्वासन दिया। वर्तमान में कोरोना कर्फ्यू के बीच विवेक पांडेय के नेतृत्व में सेनेटाइज अभियान को तेज कर दिया गया है ताकि लोगों को संक्रमण से जहां बचाया जा सकें वहीं मानसिक संतुष्टि देकर लोगों को भय के माहौल से मुक्ति दिलाया जा सकें। इतना हीं नहीं, विवेक पांडेय ने जिले के मरीजों को अस्पताल में आसानी से बेड उपलब्ध कराने का भी कार्य किया है। साथ ही ब्लड, ऑनलाइन चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराने में कंधा से कंधा मिलाकर मदद करते हुए गांधीगिरी की चैन शुरू किया। चिकित्सकीय परार्मश की स्थिति यह है कि संगठन द्वारा टेलिफोनिक सपोर्ट करते हुए प्रतिदिन तकरीबन 60 से 70 लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक किया जा रहा है और आवश्यकता के अनुसार विशेष डॉक्टर के परामर्श उपलब्ध कराया जा रहा है।
सचिव विवेक पांडेय ने कोरोना के दूसरे चरण के शुरुआत में ही संगठन के साथियों को आजमगढ़ के चिकित्सकों के नेतृत्व में ट्रेनिंग दिलवाया ताकि किसी भी दशा में सामाजिक दायित्वों का निर्वहन किया जा सकें। इस बावत विस्तार से जानकारी देते हुए सचिव विवेक पांडेय बताते है कि दवा वितरण की जिम्मेदारी अमित मेहता, वैष्णो उपाध्याय, निखिल शुक्ला, आनंद पाण्डेय बखूबी निभा रहे है तो वहीं अब तक 470 घरों में सेनिटाइजेशन कार्य घनश्याम गुप्ता, अभिषेक मौर्य, अर्पित श्रीवास्तव, संदीप वर्मा, निखिल अस्थाना के नेतृत्व में सेनिटाइज की मुहिम को गति दी जा रही है। परिवर्तन सेवा संस्थान गांधीगिरी टीम के सचिव विवेक पांडेय ने बताया कि संगठन के साथियों ने सिमित संसाधनों के बीच अब तक 700 घरों तक दवा और लगभग 400 से ज्यादा घरों को सेनेटाइज करने का कार्य किया है। श्री पांडेय ने कहा कि कोरोना जैसी बीमारी से भयभीत होकर नहीं बल्कि चिकित्सकों और सरकार की गाइड लाइन का पालन करते हुए ही आसानी से निजात मिल सकती हैं मास्क, सेनेटाइजर, शारीरिक दूरी जैसे आसान तरीकों को दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाकर ही हम कोरोना का खात्मा कर सकते है। उन्होंने कोरोना काल में आह्वान किया कि अपने आस-पास के लोगों का ख्याल रखें ताकि कोई भूखा न सोये किसी को कोई परेशानी है तो संगठन या सक्षम लोगों को इस बात की जानकारी दें ताकि समय रहते एक परिवार को टूटने से बचाया जा सकें। इस बीमारी से शारीरिक दूरी बनाकर लड़ना है लेकिन मानवीय मूल्यों में तनिक भी कमी नहीं लाना है। उन्होंने कहा कि किसी भी आमजन तो चिकित्सक द्वारा लिखी गयी दवाई, सेनेटाइजर या किसी भी तरह की कोई दिक्कत आ रही हो तो उसके लिए संगठन से सम्पर्क करें, संगठन अपने सामर्थय के अनुसार पूरी मदद करेगा और जनपद को कोरोना मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए सदैव खड़ा रहेगा।
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