आमजनमानस के लिए वरदान साबित हो रहे डॉ लालचंद
अतरौलिया। क्षेत्र के लोगो के लिए वरदान साबित हो रहे डॉ लालचंद। कहा जाता है कि डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होते हैं इस कहावत को अतरौलिया के डॉक्टर डॉ लालचंद ने साबित करके दिखा दिया। कॅरोना महामारी में जहां अधिकांश डॉक्टर खुद को सुरक्षित रखने के लिए मरीजों को देखना बंद कर दिए वहीं डॉ लालचंद ने क्षेत्रीय जनता को असहाय नहीं छोड़ा खाश तौर पे उस समय जब अतरौलिया बाजार में डायरिया ने अपना पैर जमाना शुरू किया और बड़ी संख्या में लोग पलटी और दस्त से ग्रसित होने लगे ।ऐसे में डॉक्टर लालचंद निषाद लोगों के लिए भगवान साबित हुए डॉक्टर लालचंद अपने पूरे परिवार के साथ दिन-रात मरीजों की सेवा में लग गए। जिनके पास पैसा था उनका भी इलाज हुआ जिनके पास पैसा नहीं था उनका भी इलाज हुआ ,उन्होंने मात्र दवा की लागत मूल्य पर ही मरीजों को उपचार देना शुरू कर दिए और अपनी फीस के नाम पर कुछ नहीं रखा बल्कि जो असहाय गरीब थे उनका मुफ्त इलाज भी किया। डॉक्टर लालचंद की इस नेक कार्य की चर्चा लोगों में खूब है ।लोग उन्हें बाजार का वरदान बता रहे हैं।कॅरोना महामारी से जहाँ लोग भयभीत हुए है वही डॉ लालचंद दिन रात मरीजो की सेवा में लगे है।डॉ लालचंद ने बताया कि गरीब लोगों की सेवा करना ही एक डॉ का धर्म होता है।इस महामारी में अगर हम किसी का इलाज पैसे के लिए नही करेंगे तो गरीब की उम्मीद ही टूट जाएगी,यहाँ पर प्रतिदिन 50 लोगो का इलाज किया जा रहा और लोग ठीक भी हो रहे है।एक डॉ का कर्तव्य ही होता है मरीज को ठीक करना,ठीक होने के बाद गरीबों द्वारा जो उचित पैसा दिया जा रहा उसे लिया जा रहा है,जिसके पास पैसे नही है उनका भी इलाज मेरे द्वारा किया जा रहा। कॅरोना से बचने के लिए लोगो को अधिक से अधिक जागरूक भी किया जा रहा है।
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