हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज के खिलाफ अधिवक्ता उतरे सड़क पर, हड़ताल कर किया प्रदर्शन, प्रशासन के खिलाफ जमकर हुई नारेबाजी
आजमगढ़। हापुड़ जिले में एक दिन पूर्व अधिवक्ताओं पर पुलिस के लाठीचार्ज के मामले में बार काउंसिल के आवाहन पर आजमगढ़ में भी बुधवार को दिन में दीवानी कोर्ट के अधिवक्ता लामबंद हो गए। न्यायिक कार्य से विरत रहने का प्रस्ताव पारित किया गया और भारी संख्या में अधिवक्ताओं का हुजूम सड़क पर निकल पड़ा। इस दौरान दीवानी कोर्ट परिसर गेट के बाहर चर्च के सामने थोड़ी देर के लिए चक्का जाम भी हुआ। इसके बाद अधिवक्तागण जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट की तरफ निकल गए। अधिवक्ता डीएम कार्यालय के सामने से होते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में चक्रमण किये और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। थोड़ी देर के लिए कलेक्ट्रेट चौराहे पर भी लामबंद हुए। इसके बाद जुलूस वापस दीवानी कोर्ट पहुंच गया। इस दौरान हापुड़ में लाठीचार्ज के मामले में सीओ पर आरोप लगाते हुए उन पर कानूनी कार्रवाई के साथ बर्खास्त करने की मांग की गई। कहा गया कि अगर मामले कार्रवाई नहीं हुई तो 1 सितंबर को फिर बार काउंसिल की बैठक होगी। इसके बाद जो निर्देश आएगा उसके अनुसार कार्रवाई आगे की जाएगी
वकीलों की पिटाई की आग यूपी में फैली, एसीपी और इंस्पेक्टर को घेरकर पीटा
लखनऊ। हापुड़ में अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज के खिलाफ पूरे प्रदेश में वकीलों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बुधवार को पहले अलीगढ़ फिर लखनऊ और प्रयागराज में वकीलों और पुलिस के साथ झड़प हो गई। इस दौरान लखनऊ में वकीलों ने इंस्पेक्टर और एसीपी को भी घेरकर पीट दिया। किसी तरह दोनों अधिकारियों को वकीलों के कब्जे से मुक्त कराया जा सका। प्रयागराज में हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं ने पुलिस का पुतला फूंका और पुलिस वालों को पीट भी दिया। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने हापुड़ में हुई घटना के विरोध में प्रदेशव्यापी अधिवक्ताओं की हड़ताल को अपना पूर्ण समर्थन दिया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी अधिवक्ताओं के साथ कंघे से कंधा मिलाकर खड़ी है। कांग्रेस पार्टी अधिवक्तओं पर हुए बर्बर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करती है। हापुड़ की घटना के विरोध में अवध बार और सेंट्रल बार एसोसिएशन ने बुधवार को कार्य बहिष्कार का ऐलान किया था। इसे देखते हुए पुलिस भी अलर्ट पर थी। बुधवार को घटना से आक्रोशित वकीलों ने हापुड़ की घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। परिवर्तन चौक के पास बड़ी संख्या में अधिवक्ता जमा हो गए। वकीलों को सिविल कोर्ट की तरफ पुलिस ने भेजने का प्रयास किया। मान मनौव्वल के बाद प्रदर्शनकारी स्वास्थय भवन चौराहे से लेकर पुराने हाईकोर्ट के रास्ते पर फैल गए। बार पदाधिकारियों के ज्ञापन सौंपने के बाद भी अधिवक्ता शांत नहीं हुए। इसी दौरान पुलिस वालों और वकीलों के बीच मारपीट शुरू हो गई। वकीलों को उग्र होते देख एसीपी हजरतगंज अरविंद कुमार वर्मा और इंस्पेक्टर मदेयगंज अभय प्रताप सिंह ने उन्हें समझाने का प्रयास किया। इस पर कुछ अधिवक्ता दोनों अधिकारियों पर टूट पड़े। भीड़ के बीच घिरे एसीपी और इंस्पेक्टर से मारपीट शुरू कर दी गई। किसी तरह दोनों अधिकारियों को भीड़ से बाहर निकाला गया। शाम करीब चार बजे तक वकील सड़क पर ही डटे रहे। इस दौरान कई बार पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की गई। प्रदर्शन के कारण राहगीरों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसी तरह इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं बुधवार को हापुड़ की घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान एक सिपाही उनके बीच से होकर जाने की कोशिश करने लगा तो वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा। वकीलों ने उसे डंडा लेकर दौड़ा लिया। सिपाही को थप्पड़ भी जड़ दिया। सिपाही वहां से किसी तरह भाग निकला। इससे पहले अलीगढ़ में अधिवक्ताओं ने हड़ताल के बाद उग्र प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस से तीखी नोकझोंक के बाद वकीलों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। घटना की सूचना पर भारी तादाद में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। किसी तरह मामला शांत किया जा सका। वकीलों की मांग थी कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी तब तक हम लोगों का प्रदर्शन जारी रहेगा। अधिवक्ता दीपक बंसल ने जानकारी देते हुए बताया है कि आज का जो प्रदर्शन है हापुड़ की घटना को लेकर किया जा रहा है। कहा कि हापुड़ में अधिवक्ता शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे और सीओ सिसोदिया द्वारा लाठी चार्ज किया गया है, लाठीचार्ज के दौरान तीन दर्जन से अधिक अधिवक्ता घायल हुए हैं, घायल अधिवक्ताओं के आक्रोश में पूरे प्रदेश में आज आंदोलन हुआ है, बार काउंसलिंग का आहान है कि पूरे प्रदेश में आंदोलन होना चाहिए। सीओ ने लाठीचार्ज किया है उसे तत्काल बर्खास्त किया जाए। घायल अधिवक्ताओं का उचित इलाज कराया जाए। उनकी आर्थिक मदद भी की जाए। तत्काल प्रभाव से डीएम और एसपी को वहां से हटाया जाए।
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