आजमगढ़ सहित पूर्वांचल के 19 युवकों को लीबिया में बनाया गया बंधक, विदेश मंत्रालय के एक्टिव होने के बाद 3 की रिहाई
लखनऊ। लीबिया की एक सीमेंट फैक्ट्री में पूर्वांचल के 19 मजदूरों को बंधक बनाकर रखा गया है। विदेश मंत्रालय के सक्रिय होने के बाद भारतीय दूतावास की कोशिशों से इनमें से तीन को रविवार को फैक्ट्री मालिक ने मुक्त कर दिया। तीनों ने हिन्दुस्तान आने के लिए फ्लाइट पकड़ ली है। इनमें दो युवक देवरिया और एक आजमगढ़ का रहने वाला है। वहीं, अन्य युवकों को 15 नवम्बर तक देश लौटने का भरोसा फैक्ट्री मालिक की तरफ से भारतीय दूतावास को दिया गया है।
दूसरी तरफ, बंधक बनाए जाने की खबर सामने आने और दूतावास के सक्रिय होने पर फैक्ट्री मालिक रविवार को दुबई से लीबिया पहुंचा। आरोप है कि उसने कामगार मुकेश यादव और विकास साहनी की फैक्ट्री मालिक ने पिटाई कराई फिर सभी को डरा धमका कर काम पर ले गए। मजदूरों का कहना है कि उन्हें धमका कर वीडियो भी बनाया गया जिसमें यह कहलवाया गया कि काम के बदले उन्हें पैसा दिया जा रहा है। पिटाई से मजदूर डरे हैं।
लीबिया में कमाने गए यूपी-बिहार, गुजरात और आंध्रप्रदेश के 19 युवकों को बंधक बना लिया गया था। ह्वाटसएप कॉल और मैसेज से इन लोगों ने अपने परिवारीजनों से सम्पर्क कर देश बुलाने के लिए प्रयास करने के लिए कहा। लीबिया में बंधक बनाए गए 19 लोगों में 14 यूपी के गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, आजमगढ़ के रहने वाले हैं।
कामगारों को बंधक बनाने की सूचना मानव सेवा संस्थान के निदेशक राजेश मणि ने विदेश मंत्रालय, विदेश मंत्री और लीबिया स्थित भारतीय दूतावास को दी। इसके बाद दूतावास ने फैक्ट्री मालिक से सम्पर्क किया। फैक्ट्री मालिक दुबई में रहता है। रविवार की सुबह वह लीबिया पहुंचा और अपने मैनेजर के साथ बंधक बनाए गए युवकों के पास पहुंच कर तीन युवकों देवरिया रूद्रपुर के तिघरा खैरवा निवासी वीरेन्द्र कुमार, देवरिया एकौना के छपरा खुर्द निवासी धर्मेन्द्र तथा आजमगढ़ जिले के रौनापार थाना क्षेत्र के रोशनगंज निवासी सत्येन्द्र यादव को घर जाने के लिए उनका पासपोर्ट लौटा दिया। तीन लोगों को छोड़ने के बाद उसने दूतावास को यह मैसेज दिया कि बाकी लोगों की भी 15 नवम्बर तक घर पर जाने की व्यवस्था कर दी जाएगी।
ये लोग हैं अभी बंधक : धर्मेन्द्र कुमार पुत्र तीरथ, गुरमाही थाना गगहा, गोरखपुर, राजकुमार साहनी पुत्र जयनाथ साहनी, सिहोड़वा थाना गगहा, गोरखपुर, अब्बास अली पुत्र इकरार अली, इटकौली थाना गगहा, गोरखपुर, मिथिलेश विश्वकर्मा, सिहोरवा थाना झंगहा, गोरखपुर, विशाल पुत्र शेषनाथ, सिहोरवा थाना झंगहा, गोरखपुर, तबरेज खान पुत्र सगीर खान, महुअरकोल थाना झंगहा, गोरखपुर अबरार अली पुत्र निजामुद्दीन, धर्मपुर थाना एकौना देवरिया, मुकेश यादव पुत्र श्रीराम, सिलहटा थाना रुद्रपुर देवरिया, रामनाथ चौहान पुत्र रामदुलारे, छपरा खुर्द, देवरिया, कन्हैया कुमार पुत्र विशुनदेव, सरांव खुर्द थाना एकौना, देवरिया, सत्यम यादव पुत्र रामपाल यादव, सिरसिया थाना हाटा जिला कुशीनगर, असलम अंसारी, रामनगर थाना रसूलपुर, पटना, बिहार, राकेश कुमार सिंह, योगिया सारन बिहार, अनूप कुमार पुत्र गामा यादव, सिवान बिहार आदि रहे।
लीबिया में बंधक बने गोरखपुर के छह युवकों सहित 16 युवकों को देश वापस बुलाने के लिए उनके परिवारीजनों ने प्रयास तेज कर दिया है। रविवार को तीन युवकों के परिवारीजनों ने सीएम कैम्प कार्यालय के साथ ही केन्द्रीय राज्यमंत्री कमलेश पासवान को पत्रक दिया। केन्द्रीय राज्यमंत्री ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर बंधक युवकों की जानकारी देते हुए उन्हें देश वापस लाने में मदद का अनुरोध किया है। झंगहा क्षेत्र के ग्राम पचायत सिहोढवा व महुअरकोल के चार युवक विशाल साहनी, राजकुमार साहनी, मिथिलेश विश्वकर्मा तथा महुअरकोल निवासी तबरेज खां लीबिया में रोजगार के लिए गये थे। ग्राम प्रधान प्रदीप पासवान के साथ परिवारीजनों ने ग्रामीण विकास राज्य मन्त्री कमलेश पासवान के आवास पर पहुंच कर उन्हें पत्र देकर वापस लाने की गुहार लगाई है।
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