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विपरीत परिस्थितियों का सामना करने वाला होता है सफल- कुलसचिव


• छात्राओं को आत्मरक्षा हेतु मिशन वीरांगना विषयक दस दिवसीय कार्यशाला का आयोजन, छात्राओं को सिखाए आत्मरक्षा के गुर                                                                                                                                                            जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के  महिला छात्रावास में मिशन शक्ति फेज 5 के अंतर्गत मिशन वीरांगना विषयक दस दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. महिला अध्ययन केंद्र द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में विशेषज्ञ द्वारा छात्राओं को आत्मरक्षा हेतु मार्शल आर्ट और ताइक्वांडो सिखाया गया.
उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि कुलसचिव महेंद्र कुमार ने प्रतिभागी छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि इतना सशक्त बनिए कि जीवन में आने वाली हर परिस्थिति से निपट सके. जो विपरीत परिस्थितियों का सामना करता है वही सफल होता है. आज की लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है इसका सबसे बड़ा कारण उनकी मेहनत और मजबूती है.विशिष्ट अतिथि वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि जीवन में सफलता तभी मिलती है जब हौसला बना रहता है. संविधान ने हम सभी को समान अधिकार दिए है. समाज में लिंग समानता बनी रहे इसके लिए मजबूत होना होगा.अनुप्रयुक्त सामाजिक  विज्ञान संकाय के अध्यक्ष प्रो. मनोज मिश्र ने कहा कि पठन- पाठन के साथ इस तरह की कार्यशालाएं मनोबल को बढ़ाती है. उन्होंने कहा कि मानसिक मजबूती के साथ ही शारीरिक मजबूती बहुत जरूरी है. इसके लिए अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहे और अपने खानपान का ध्यान रखें.
कार्यशाला के प्रशिक्षक राष्ट्रीय ताइक्वांडो खिलाडी प्रवीण मिश्रा ने आत्मरक्षा के लिए मार्शल आर्ट और ताइक्वांडो   की तकनीकी से छात्राओं को परिचित कराया. उन्होंने कहा कि बेटियां शिक्षा के साथ -साथ सेल्फ डिफेन्स को जाने.महिला अध्ययन केंद्र की प्रभारी डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव ने कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की और अतिथियों का स्वागत किया. संचालन डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने किया. इस अवसर पर डॉ. सुनील कुमार, डॉ. वनीता सिंह, डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. पूजा सक्सेना, डॉ. जया शुक्ला, डॉ. निमिषा यादव, समरीन तबस्सुम समेत अन्य उपस्थित रहे.


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