नेताजी ' सुभाष चन्द्र बोस ' जिंदा होते तो...' भारत के बंटवारे को लेकर NSA अजित डोभालने का बड़ा बयान
Ajit Doval On Netaji Subhas Chandra Bose: अजित डोभाल जो भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA)हैं, दिल्ली में नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेमोरियल पर अपनी पहली स्पीच देने के दौरान देश के विभाजन और नेताजी के व्यक्तित्व को लेकर बड़ी बात कही है।
अपनी स्पीच के दौरान अजित डोभाल ने कहा"अगर नेताजी सुभाष चंद्र बोस जिंदा होते तो भारत का बंटवारा (Partition) नहीं होता।" उन्होंने कहा, "नेताजी ने अपने जीवन में कई बार साहस दिखाया और उनके अंदर महात्मा गांधी को चुनौती देने का साहस भी था।' डोभाल ने कहा, "लेकिन तब महात्मा गांधी अपने राजनीतिक जीवन के शीर्ष पर थे। फिर बोस ने कांग्रेस छोड़ दी थी।" डोभाल ने आगे कहा, "मैं अच्छा या बुरा नहीं कह रहा हूं, लेकिन भारतीय इतिहास और विश्व इतिहास के ऐसे लोगों में बहुत कम समानताएं हैं, जिनमें धारा के खिलाफ बहने का साहस था और आसान नहीं था।"
"जापान भी नेताजी का समर्थन करता था"
नेताजी हमेशा से अपनी लड़ाई में अकेले थे उनका समर्थन करने वाला जापान के अलावा कोई देश नहीं था। इसके साथ ही डोभाल ने कहा नेताजी की एक ही मांग थी और वह उस पर हमेशा डटे रहे। "नेताजी का कहना था कि मैं पूर्ण स्वतंत्रता से कम किसी चीज के लिए समझौता नहीं करूंगा। नेताजी ने कहा था कि लोगों की सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मानसिकता में बदलाव करने की जरूरत है और लोगों को हमेशा आकाश में उड़ रहे स्वतंत्र पक्षियों की तरह खुद को भी स्वतंत्र महसूस करना चाहिए।"
"अगर नेताजी होते तो भारत का विभाजन नहीं होता"
उन्होंने कहा, "नेताजी के मन में विचार आया कि मै खुद अंग्रेजों से लड़ुंगा लेकिन में आजादी के लिए भीख नहीं मांगूंगा। उनका कहना था कि ये मेरा अधिकार है और मै इसे हर हाल में हासिल करके रहूंगा। NSA ने कहा, "सुभाष चंद्र बोस के रहते कभी भारत का विभाजन नहीं होता। जिन्ना ने कहा था कि मैं केवल एक नेता को स्वीकार कर सकता हूं और वह सुभाष चंद्र बोस हैं।"
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