फर्जीवाड़े मामले मे प्रदेश सरकार के मंत्री के हस्तक्षेप से शिकायत कर्ता को मिला न्याय, प्रधान सहित सेक्रेटरी और जे ई पर एफ आई आर और वसूली का हुआ आदेश
महराजगंज आजमगढ़ - फर्जीवाड़े मामले मे प्रदेश सरकार के मंत्री के हस्तक्षेप से शिकायत कर्ता को मिला न्याय, प्रधान सहित सेक्रेटरी और जे ई पर एफ आई आर और वसूली का हुआ आदेश| भारतीय लोकतंत्र मे भारत के सर्वागीण विकास के लिए न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका की व्यवस्थाएं दी गयी है, जिसके तहत कार्यों का बंटवारा भी किया गया है |परन्तु यदि एक भी इकाई अपनी जिम्मेदारी निभाने मे लालच शिथिलता और विभागीय पक्षपात करने लगे तो आम आदमी को न्याय मिलने और क्षेत्रीय विकास पर प्रश्नचिन्ह लग जाता है | ऐसा ही एक मामला आजमगढ़ जिले के महराजगंज ब्लाक के रुद्रपुर ग्राम सभा से सामने आया है |जहाँ विकास खंड के अधिकारिओं की शिथिलता के साथ साथ लालच और विभागीय पक्षपात से वसीभुत होने के कारण मनरेगा के तहत फर्जीवाड़ा कर लगभग डेढ़ लाख रुपये निकाल लिया गया | इसकी जानकारी ज़ब ग्राम सभा निवासी शिवप्रसाद सिंह को लगी तो इसकी शिकायत तत्कालीन खंड विकास अधिकारी को दी गयी| परन्तु विभाग ने जाँच के नाम पर विभाग के अधिकारिओं को बचाने के लिए लीपापोती शुरू कर दी |जिसपर शिकायत कर्ता ने उत्तर प्रदेश सरकार के विभागीय मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह से पुरे प्रकरण की शिकायत की | जिसपर मंत्री ने तत्काल जाँच कर कार्यवाही का निर्देश जारी किया| तब जाकर जिले के उच्च आशिकारिओं की नींद खुली और वे हरकत मे आये और जाँच शुरू कर दी | जाँच मे फर्जीवाड़े की पुष्टि होने पर तत्कालीन सेक्रेटरी प्रशांत यादव, तकनीकी सहायक खिरोधन राम और ग्राम प्रधान सुमन से फर्जीवाड़े से निकाली गयी रकम की वसूली के साथ एफ आई आर दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया गया है |
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