हाथरस बाबा के ऊपर पहले से ही यौन शोषण सहित कई मुकदमे है दर्ज, अब पुलिस आयोजको की तलाश में जुटी
हाथरस, 3 जुलाई : उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र के गांव रतीभानपुर में आयोजित भोले बाबा के सत्संग में अचानक भगदड़ मच गई। भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। कई लोगों की हालत गंभीर है, इसलिए यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। मृतकों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। रात में ही शवों का पोस्टमार्टम शुरू किया गया। पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।राहत विभाग की ओर से दी गई सूची के अनुसार, अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है और 28 लोग घायल हैं। सभी घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मृतकों में सबसे ज्यादा लगभग (112) महिलाएं हैं।
हाथरस भगदड़ स्थल की जांच के लिए फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है। घटना ‘भोले बाबा’ द्वारा आयोजित सत्संग के दौरान घटी। फोरेंसिक टीम ने डॉग स्क्वॉड के साथ जांच शुरू कर दी है।
उधर, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत ‘मुख्य सेवादार’ कहे जाने वाले वेद प्रकाश मधुकर और इस धार्मिक कार्यक्रम के अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
हादसे को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया है। सीएम योगी ने मंगलवार को कहा था कि हमारी सरकार इस घटना की तह में जाकर साजिशकर्ताओं और जिम्मेदारों को उचित सजा देने का काम करेगी। राज्य सरकार इस पूरी घटना की जांच करा रही है। हम इसकी तह में जाएंगे और देखेंगे कि यह हादसा है या साजिश।
पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने आगे कहा कि कार्यक्रम में किसी भी तरह के कोई इंतजाम नहीं किए गए थे. पंडाल के बाहार न कोई एंबुलेंस व्यवस्था थी , न कोई तो पुलिस की व्यवस्था, न ही अग्निश्मन और बेसिक चिकित्सा व्यवस्था होनी चाहिए थी. इसके आगे उन्होंने कहा कि इस हादसे का जवाब कौन देगा. आगे उन्होंने कहा जिन भोले बाबा का सत्संग का था, उनके ऊपर कई मुकदमे पहले से दायर हैं. जिसमें की यौन शोषण का मामला भी शामिल है. उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन को इस बाबाओं के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए जो चमत्कारी बातें करते हैं, ये कानूनी अपराध है. इन बाबाओं पर मैजिक रेमेडीज एक्ट के अंतर्गत एक्शन लिया जाना।
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