कंझावला कांड की प्रत्यक्षदर्शी पर ड्रग तस्करी का आरोप,जानें क्या है पूरा मामला
कंझावला कांड की प्रत्यक्षदर्शी पर ड्रग तस्करी का आरोप,जानें क्या है पूरा मामला,जैसे-जैसे दिल्ली पुलिस कंझावला दुर्घटना मामले में अपनी जांच जारी रख रही है, वैसे-वैसे कई जानकारियां सामने आने लगी हैं। हाल के घटनाक्रम के अनुसार, प्रत्यक्षदर्शी निधि, जो पीड़ित अंजलि सिंह के साथ दोपहिया वाहन की पिछली सीट पर सवार थी। वहीं हाल के खुलासेअनुसार निधिको पहले ड्रग तस्करी के मामले में हिरासत में लिया गया था।
आपको बता दें कि,दिसंबर 2020में दर्ज FIRके अनुसार, निधि को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, (1985), मामले के संबंध में आगरा में हिरासत में लिया गया था। खबरों के मुताबिक, निधि को कथित तौर पर जमानत मिल गई है। 6दिसंबर, 2020को निधि को ट्रेन से तेलंगाना से गांजा (ड्रग्स) ले जाने के आरोप में आगरा रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लिया गया था। बाद में उसे हिरासत में ले लिया गया। निधि के साथ, दो अन्य लड़कों, समीर और रवि को भी हिरासत में ले लिया गया।
वहीं दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि निधि को कंझावला मामले की जांच में शामिल होने के लिए तलब किया गया है और उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें हिरासत में नहीं लिया गया है। कंझावला मामले को लेकर निधि के बड़े दावे के मुताबिक घटना के दिन अंजलि नशे में थी। दिल्ली पुलिस फिलहाल मामले के सात आरोपियों को पकड़ रही है। इस मामले में अन्य पांच प्रतिवादी दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल को पहले हिरासत में लिया गया था। ये पांचों आशुतोष से उधार लिए वाहन को चला रहे थे। गुरुवार की रात सभी संदिग्धों को मेडिकल परीक्षण के लिए संजय गांधी अस्पताल लाया गया।
वहीं दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त सागर प्रीत हुड्डा ने पहले कहा था कि मामले में दो और संदिग्ध हो सकते हैं। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को दो अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया। 20 साल की अंजलि की नए साल की पूर्व संध्या पर एक कार की चपेट में आने और सड़क पर 12 किलोमीटर घसीटने के बाद मौत हो गई थी।
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