इनोवेटिव आईडिया के लिए दस हजार का पुरस्कार: शेखर आनंद
•प्रोडक्ट के लिए आइडिया के साथ बिजनेस मॉडल भी जरूरी
•इन्क्यूबेशन एवं इनोवेशन केंद्र पर व्याख्यान का आयोजन
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी एलुमनी एसोसिएशन एवं विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में इंडस्ट्री-एकेडेमिया इंटरफ़ेस के तहत एक व्याख्यान का आयोजन इन्क्यूबेशन एवं इनोवेशन केंद्र पर किया गया l अतिथि शेखर आनंद ने थिंक लाइक एंटरप्रेन्योरशिप विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा कि एक प्रोटोटाइप, प्रोटोटाइप टेस्टिंग, फीडबैक और उसके बाद उस आइडिया को प्रोडक्ट में परिवर्तित करके आप एंटरप्रेन्योर की दिशा में बढ़ सकते हैं लेकिन यदि आपके प्रोडक्ट के लिए बिज़नेस मॉडल नहीं है तो आपका आईडिया से प्रोडक्ट किसी काम का नही होगा । बिज़नेस मॉडल के लिए अनुदान की आवश्यकता होती जिसके लिए सरकार के विभिन्न फंडिंग एजेंसी जैसे बायरैक , बिग ग्रांट, स्टार्टअप, एमएसएमई इत्यादि से इनोवेटिव आईडिया के लिए अनुदान प्राप्त किया जा सकता है। इस अवसर पर शेखर आनंद ने इनोवेटिव आईडिया के लिए किसी एक विद्यार्थी को दस हज़ार रुपए पुरस्कार स्वरुप देने की घोषणा भी की । श्री शेखर आनंद हीथोक्स-के प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के फाउंडर डायरेक्टर भी हैं जो थैलेसेमिया एवं सिकल सेल एनीमिया के लिए डायग्नोस्टिक किट बनाती है| श्री शेखर आनंद पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग 2003 बैच के एलुमनी भी है | पूर्वांचल विश्वविद्यालय एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो. राजेश शर्मा ने इसे विश्वविद्यालय के लिए गौरव का क्षण बताया तथा कहा कि कैसे कम पैसे में उच्च गुणवत्ता युक्त डायग्नोस्टिक किट विकसित करने और उसके इम्पैक्ट पर प्रकाश डालते हुए श्री शेखर आनंद को बधाई दी। धन्यवाद ज्ञापन डॉ मनीष कुमार गुप्ता ने किया | शेखर आनंद का स्वागत एवं परिचय पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन फाउंडेशन के निदेशक प्रो. अविनाश पथार्डीकर ने किया | इस अवसर पर डॉ संजीव कुमार, डॉ अभय कुमार गुप्ता और अभिनव श्रीवास्तव एवं अन्य शिक्षकों के साथ विद्यार्थी उपस्थित रहे ।
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