देश के मुद्दों को समझने में मिलती है मददः प्रो. मानस पांडेय
• यूथ पार्लियामेंट और क्विज प्रतियोगिता का किया गया आयोजन
• समृद्धि साहू प्रथम, द्वितीय स्थान रहीं अंशिका यादव
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मंगलवार को फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्ट्डीज में बीकॉम के विद्यार्थियों द्वारा यूथ पार्लियामेंट तथा क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या मे विद्यार्थियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम के संरक्षक के रूप में विभागाध्यक्ष व्यावसायिक अर्थशास्त्र प्रो मानस पाण्डेय ने कार्यक्रम में भाग लेने वाले विद्यार्थियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से विद्यार्थियों में सार्वजनिक विकास होता है। उन्हें देश के सामाजिक मुद्दों को समझने में मदद मिलती है ।
इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने देश के विभिन्न सत्ताधारी एवं प्रतिपक्षी नेताओं के रूप में स्वयं को प्रस्तुत करते हुए बहस में प्रतिभाग किया । यहां कोई प्रधानमंत्री , कोई गृह मंत्री , कोई रक्षा मंत्री , कोई नेता , प्रतिपक्ष बना हुआ था । कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्र प्रतिभागियों ने अपनी बातों को बड़ी मुख्यता से प्रस्तुत किया , ये मुद्दे देश की तत्कालीन परिस्थितियों में अत्यंत महत्वपूर्ण है। विद्यार्थियों ने जिन मुद्दों पर अपनी बाते रखीं थी सभी मुद्दे बहुत ही समसामयिक एवं ज्वलंत है। इसमें प्रमुख रूप में नई शिक्षा नीति का अनुपालन वर्तमान शिक्षा की स्थिति, महिला सशक्तिकरण, बेरोजगारी देश की वित्तीय स्थिति भारत सरकार का विभिन्न मुद्दों, देश की सुरक्षा आदि रहे। बीकाम आनर्स के डॉ. आशुतोष सिंह ने विद्यार्थियों के प्रतिभा की सराहना की। कार्यक्रम का आयोजन बीकॉम ऑनर्स तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों के द्वारा किया गया। इसमें प्रमुख रूप से उमंग श्रीवास्तव, इशिता श्रीवास्तव, रजत अग्रहरि, कृतिका यादव , सैयद फिज़ा, इस्मत जेहरा, सृष्टि सेठ, मनाल सिद्धिकी, तसलीम फातिमा , संकल्प सोनी,पीयूष शाह इत्यादि शामिल थे। प्रतिभागियों में शांभवी राय, समृद्धि साहू, दिव्यांशु, सचिन इत्यादि विद्यार्थियों ने अपनी बातें रखी। कार्यक्रम के उपरांत पुरस्कारों का वितरण किया गया जिसमें प्रथम स्थान समृद्धि साहू बीकॉम सेकंड ईयर, द्वितीय स्थान अंशिका यादव, बीकॉम फर्स्ट ईयर एवं तृतीय स्थान शुभम मोदनवाल, बीकॉम फर्स्ट ईयर ने प्राप्त किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ राकेश उपाध्याय, डॉ रोहित पांडे आदि शिक्षक थे।
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