शरद कालीन बुवाई हेतु एक कृषक गोष्ठी का आयोजन
अतरौलिया, स्थानीय क्षेत्र के आमेपुर गांव में गन्ना विकास विभाग द्वारा शरद कालीन बुवाई हेतु एक कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका नेतृत्व गन्ना पर्यवेक्षक हरिश्चंद्र यादव ने किया इस दौरान उपस्थित किसानो को शरद कालीन गन्ना की बुवाई के साथ-साथ सहफसली खेती करके लाभ कमाने के विषय में विस्तार से बताया गया। गन्ना की खेती के लिए नई प्रजाति के बीजों को एव टिशु कल्चर के पौधे लगाकर गन्ना का अधिक उत्पादन करने पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इस कृषक गोष्ठी में गन्ने की शरद कालीन बुवाई हेतु लगभग 50 कुंतल गन्ने के बीज का मांग पत्र किसानों द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस कृषक गोष्ठी में किसानों ने बताया कि सितंबर महीने के अंतिम सप्ताह में क्षेत्र में भारी बारिश हो जाने से खेतों में पर्याप्त नमी एव कुछ खेतो में पानी है जिससे धान की फसल काटने में परेशानी हो रही है। पर्याप्त नमी के कारण गन्ने की शरद कालीन बुवाई लेट हो सकेगी। इस गोष्ठी में गन्ना पर्यवेक्षक ने बताया कि इस समय शरद कालीन गन्ने बीज 14201,8272 आदि की बुवाई सरसों आलू आदि फसल के साथ बोने पर जहां गन्ने का अधिक उत्पादन होता है वही सह फसली खेती करके खेती पर लागत भी कम की जा सकती है। इस मौके पर श्री राम शुक्ला, श्रीकेश वर्मा, धर्मेंद्र वर्मा, जयप्रकाश, अवधेश वर्मा, दिनेश वर्मा, बालचंद वर्मा ,विजय वर्मा, फौजदार वर्मा, गयानाथ वर्मा, ठाकुर प्रसाद, रामसमुझ शुक्ला सहित बड़ी संख्या में किसान भी मौजूद रहे।
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