टोबैगो देश के पूर्व प्रधानमंत्री बासुदेव पान्डे का नाता भी आजमगढ़ के मिट्टी से
आजमगढ़ निजामाबाद क्षेत्र में त्रिनिनाद टोबैगो से आए परिवार स्वर्गीय प्रधानमंत्री निजामाबाद के ब्लाक तहबरपुर के लखमनपुर गांव मेंजहां कुछ दिनों पहले भारतीय मूल के निवासी विदेश में टोबैगो देश के प्रधानमंत्री बने वही देश के बागडोर संभालने वाले बासुदेव पान्डे को अपने पूर्वजों का ख्याल आया और निकल पड़े अपने भारत देश के एक कोने में बसा आजमगढ़ जिले के छोटे से गांव में आने के लिए जब ऐसा सुचना गांव के लोगों और परिवार के लोगों को हुआं तो क्षेत्र में एक खुशी का जोर दार लहरें सुनाई दी जहां खबर को पाकर ज़िले आलाकमान और जिले डीआईजी कप्तान व पुलिस प्रशासन ने अपने भारतीय मूल निवासी प्रधानमंत्री बासुदेव पान्डे की सुरक्षा और खुफिया एजेंसी का पहरा लगा दिए थे ताकि किसी तरह का कोई कठिनाई ना होवे ऐसे में गांव के चकरोडो को भी रातों रात पिच रोड़ बना दिया गया जहां अपने भारत मूल के निवासी विदेश के प्रधानमंत्री को देखने के लिए हजारों लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था जो कि अपने पूर्वजों से मिलकर बहुत खुशी जाहिर करते हुए कहें थे अब आप लोगों के बीच हर वर्ष आने और रहने का इच्छा जाहिर करते है परं ऐसा नहीं हो सका जहां इसी वर्ष पहली जनवरी को मृत्यु हो गई वहीं से प्रधानमंत्री बासुदेव पान्डे की मृत्यु की सूचना भारत के गांव में रहने बाले पूर्वज को परिवार जनों दिया जहां खबर सुनकर हक पद में भाई लगने बाले को ख़बर मिली तो वह अपने आप को रोक नहीं सके और उसी दिन उनके गांव के भाई का भी मृत्यु हो गयी बंता दें कि एक ही दिन एक ही घर में 13 जनवरी को तेरहवीं का कार्यक्रम हुआ उसके उपरांत टोबैगो में रह रहे स्वर्गीय प्रधानमंत्री के परिवार जन व उनके रिश्तेदार जो टोबैगो देश में रहते हैं ।
वहां से पांच लोगों की टीम स्वर्गीय प्रधानमंत्री के पुस्तैनी घर लखमनपुर जनपद आजमगढ़ में कल दिनांक 3 जनवरी को आए जहां परिवार जनों और गांव बालों में खुशियां छा गयी परन्तु अपने परिवार में अपने विदेश प्रधानमंत्री को खो देने का दुख भी देखने को मिला था वहीं स्वर्गीय प्रधानमंत्री बासुदेव पान्डे का विदेशी परिवार गांव के लोगों से भी मिले परन्तु अंग्रेजी में भाषा का उत्तर सिर्फ कुछ लोग ही दे पा रहे थे वही पर गांव मौजूद परिवार बासुदेव पान्डे के नाम से एक विद्यालय चला रहे हैं जहां पर अपने पिता और रिस्तेदार के नाम पर चल रहे बिदेशी मेहमानों ने होम जाप पूजा अर्चना कर विधायक को एक पहचान के रूप में बनाने का इच्छा जाहिर कर भोजन और गांव बालों के प्यार में बशीभूत विदेशी मेहमानों ने हमेशा आने जाने का और किसी भी तरह का सहयोग करने और अपने स्वर्गीय प्रधानमंत्री के गांव को चमकाने में सहयोग करने का बचन देते हुए बिदा लिएं वहीं गांव में विधालय चला रहेे
। देवनारायण यादव जो अपने घर आएं विदेशी मेहमानों और परिवार का आवा भगत करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़े जहां विदेशी मेहमानों के जाते वक्त गाव के परिवार जनों और विदेशी परिवार जनों के आंखों में आसू आ गए।
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